Nisha Bangre Resigns: गृहप्रवेश कार्यक्रम में जाने की नहीं मिली इजाजत तो डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने दिया इस्तीफा, धार्मिक भावनाएं आहत करने का लगाया आरोप

मध्य प्रदेश के छतरपुर में डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे को गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल होने के लिए छुट्टी नहीं मिली तो उन्होंने नाराज होकर इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही उन्होंने धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया है.

निशा बांगरे (Photo Credits: Facebook)

Deputy Collector Nisha Bangre Resigns: अपने घरेलू कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए कई लोग अपने दफ्तर से छुट्टी लेते हैं, लेकिन क्या छुट्टी न मिलने पर कोई इस्तीफा दे सकता है? दरअसल, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर (Chhatarpur) में डिप्टी कलेक्टर (Deputy Collector) निशा बांगरे (Nisha Bangre) को गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल होने के लिए छुट्टी नहीं मिली तो उन्होंने नाराज होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही उन्होंने धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया है. गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल होने की इजाजत न मिलने पर बांगरे ने इस्तीफा देने के साथ ही इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग को एक पत्र भी भेजा है, जिसमें जिम्मेदारों पर छुट्टी न देने और धार्मिक भावनाओं आहत करने का आरोप लगाया है.

निशा बांगरे ने अपने पत्र में लिखा है कि मैं अपने घर के गृह प्रवेश कार्यक्रम में उपस्थित न होने से आहत हूं. उद्घाटन कार्यक्रम में विश्व शांतिदूत भगवान बुद्ध की अस्थियों के भी दर्शन लाभ की अनुमति न देने से मेरी धार्मिक भावनाओं को अपूर्णनीय क्षति हुई है. ऐसे में मैं अपने मौलिक अधिकार, धार्मिक और संवैंधानिक मूल्यों से समझौता करके अपने डिप्टी कलेक्टर पद पर बने रहना ठीक नहीं समझती हूं, इसलिए मैं अपने डिप्टी कलेक्टर पद से दिनांक 22 जून 2023 को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देती हूं. यह भी पढ़ें: Noida: महिला टोल कर्मी के साथ मारपीट का वीडियो वायरल, वर्दी का धौंस दिखाकर Toll Tax देने से किया इनकार

जानकारी के लिए बता दें कि डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे छतरपुर जिले के लवकुश नगर में एसडीएम के पद पर कार्यरत थीं, लेकिन अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे के बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि वे मध्य प्रदेश के बैतूल की आमला विधानसभा सीट से जनता की इच्छा पर आगामी विधानसभ चुनाव में खड़ी हो सकती हैं. इस बात को खुद निशा बांगरे ने मीडिया के कैमरों पर स्वीकार भी किया है.

गौरतलब है कि निशा बांगरे ने साल 2010-14 में विदिशा के सम्राट अशोक प्रौद्योगिकी संस्थान से इंजीनियरिंग की, फिर एक कंपनी में प्राइवेट नौकरी की, लेकिन कुछ समय बाद निशा ने सिविल सर्विसेस की तैयारी शुरु कर दी और साल 2016 में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा (MPPSC) सफलता हासिल कर डिप्टी एसपी का पद प्राप्त किया. इसके बाद साल 2017 में भी निशा ने MPPSC की परीक्षा में सफलता प्राप्त की और डिप्टी कलेक्टर के लिए चुनी गईं.

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