नई दिल्ली: दिल्ली में सर्दी शुरू होते ही प्रदूषण तेजी से बढ़ने लगा है. दिल्ली में हवा की गुणवत्ता गुरुवार को 'खतरनाक' हो गई. दिल्ली के मुंडका क्षेत्र में AQI 616 दर्ज किया गया, जो बेहद खतरनाक है. प्रदूषण का स्तर बहुत खराब से क्रिटिकल जोन में पहुंच गया है. इसी के साथ सुबह के समय विजिबिलिटी भी कम हो गई है. राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को एक्यूआई लगातार छठवें दिन 'बेहद खराब' श्रेणी में रहा. Delhi-NCR में डीजल बसों की एंट्री बंद, बढ़ते पॉल्यूशन के बीच सरकार की सख्ती, इन नियमों का करना होगा पालन.
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 343 'बहुत खराब' श्रेणी में है. मुंडका, आनंद विहार और बवाना जैसे कुछ इलाकों में यह 'गंभीर' श्रेणी में प्रवेश कर गया.
बुधवार को दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार पांचवें दिन "बहुत खराब" श्रेणी में रही, अधिकतम तापमान 32.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम 7 बजे 357 दर्ज किया गया.
दिल्ली में जहरीली हवा
#WATCH | Overall Air Quality Index (AQI) in Delhi stands at 343, in the 'Very Poor' category as per SAFAR-India.
(Visuals from India Gate) pic.twitter.com/sqMCDUOnZr
— ANI (@ANI) November 2, 2023
एक्यूआई शून्य से 50 के बीच 'अच्छा', 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'मध्यम', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है.
दिल्ली सरकार का क्या है प्लान
प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने हर जोन के लिए 20 लाख रुपये आवंटित किए हैं. इस फंड का इस्तेमाल वायु प्रदूषण से निपटने के लिए मशीनरी और मैनपावर को मजबूत करने के लिए किया जाएगा. एमसीडी के सभी 12 जोनों में धूल मिट्टी पर लगाम लगाकर अगले तीन दिनों में वायु गुणवत्ता में सुधार करने पर काम किया जाएगा.