दिल्ली के एक निजी अस्पताल में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया, जहां 20 साल के युवक ने अपने पिता से झगड़े के बाद गुस्से में आकर शेविंग रेजर निगल लिया. युवक मानसिक तनाव और अवसाद से जूझ रहा था, और उसकी यह हरकत आत्महत्या के विचारों के बीच आई. इस घटना ने मानसिक स्वास्थ्य और चिकित्सा आपात स्थितियों के बीच रिश्ते को उजागर किया.
युवक ने रेजर को दो हिस्सों में निगला, एक ब्लेड होल्डर और दूसरा हैंडल. इसकी वजह से उसकी जान को खतरा था, क्योंकि ब्लेड होल्डर उसके पेट में अटक गया था, जबकि हैंडल बड़े आंत में चला गया था. डॉक्टरों की टीम ने दो चरणों में ऑपरेशन किया. पहले लैपरोटॉमी के जरिए पेट खोला और ब्लेड को निकाला, फिर सिग्मॉयडोस्कोपी की मदद से हैंडल को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला गया.
सर्जन डॉ. तरुण मित्तल ने कहा, "यह मामला न केवल विदेशी शरीर के रूप में अजीब था, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के पहलुओं के कारण भी महत्वपूर्ण था. इस तरह के मामलों में न केवल चिकित्सा देखभाल की जरूरत होती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता भी महत्वपूर्ण होती है." उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए जल्दी मदद लेने की जरूरत को भी उजागर किया और मानसिक बीमारी को लेकर समाज में व्याप्त कलंक को खत्म करने की बात की.
सर्जरी के बाद, युवक की शारीरिक स्थिति ठीक रही, और अब उसे अवसाद और आत्महत्या के विचारों से निपटने के लिए काउंसलिंग के लिए भेजा गया है. परिवार भी युवक के पिता के मानसिक स्वास्थ्य के इलाज के लिए समर्थन प्राप्त करने की योजना बना रहा है. यह घटना मानसिक स्वास्थ्य की महत्ता और ऐसे मामलों में समय रहते उचित सहायता प्राप्त करने की आवश्यकता को स्पष्ट करती है.