नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) पिछले एक हफ्ते से दिल्ली के एम्स (AIIMS) में भर्ती है. लंबे बीमारी के चलते उनका अस्पताल में इलाज चल रहां है. लेकिन उनके स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार का सुधार नही हो रहा है. बल्कि पहले से ज्यादा उनकी तबीयत और ही बिगड़ती ही जा रही है. उनकी तबीयत को बिगडते देख नेताओ का उन्हें देखने के लिये आना जाना शुरू है. एक दिन पहले शनिवार को जहा दूसरी बार गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Dr. Harsh Vardhan) उन्हें देखें के लिये एम्स अस्पपताल पहुंचे हुए थे. वहीं रविवार को संघ (RSS) प्रमुख मोहन भगवत (Mohan Bhagwat) अरुण जेटली से मिलने अस्पताल पहुंचे.
खबरो के अनुसार संघ प्रमुख अस्पताल पहुंचकर अरुण जेटली को देखने के बाद वे उनके परीवार से मुलाकात की. जिसके बाद वे अस्पताल से निकल गए. अरुण जेटली के स्वास्थ के बारे में बता दें कि उनकी तबियत इतनी बिगड़ गई है कि शनिवार को उन्हें वेंटिलेटर से हटाकर ईसीएमओ यानी एक्सट्राकॉर्पोरियल मेंब्रेन ऑक्सीजिनेशन (Extracorporeal membrane oxygenation) पर रखा गया है. जिस पर उनका इलाज चल रहा है. यह भी पढ़े: अरुण जेटली की हालत गंभीर, हालचाल जानने दूसरी बार AIIMS जा सकते हैं गृहमंत्री अमित शाह
Delhi: RSS Chief Mohan Bhagwat leaves from AIIMS (All India Institute of Medical Sciences) where BJP leader and former Union Minister Arun Jaitley is admitted. pic.twitter.com/MGHgYOZa2m
— ANI (@ANI) August 18, 2019
बाते दें कि अरुण का पिछले साल मई 2018 में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. उससे पहले साल 2016 में उनकी बेरिएट्रिक सर्जरी हुई थी. जिसके बाद से ही उनकी तबियत खराब चल रही है. इसी वजह से उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था और मंत्रिमंडल में शामिल होने से भी इनकार कर दिया था. जेटली भारतीय जनता पार्टी में एक वरिष्ठ नेता के तौर पर माने जाने जाते थे. उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान जीएसटी से लेकर कई अहम फैसले लिए हैं