नई दिल्ली, 29 अक्टूबर : कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले कई दिनों से बंद पड़ी सड़कें अब जल्द खुलेंगी. दिल्ली पुलिस टीकरी बॉर्डर के बाद अब गाजीपुर बॉर्डर से बैरिकेड हटाने का काम कर रही हैं. बैरिकेड हटने के बाद से गाजियाबाद - नोएडा से दिल्ली जाने वाले लोगों को काफी राहत होगी. जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस इमरजेंसी रास्ता खोलने की तैयारी कर रही है, ताकि प्रदर्शन के चलते सड़कें बाधित न हो सके. फिलहाल सड़कें बंद होने के कारण इस रास्ते पर वाहनों को काफी घूम कर जाना पड़ता है, जिसकी वजह से समय और पैट्रोल की खपत भी ज्यादा होती है. इन सड़कों खुलने के बाद गाजियाबाद दिल्ली का सफर 20 मिनट का रहे जाएगा.
देर रात टीकरी बॉर्डर पर बैरिकेड हटाने के बाद शुक्रवार की सुबह दिल्ली पुलिस गाजीपुर बॉर्डर पहुंची और जेसीबी की मदद से लगाई गई बैरिकेडिंग को हटाना शुरू कर दिया. इसके अलावा पुलिस सड़कों पर लगाई नुकीली कीलों को भी हटा रही है. साथ ही, कंक्रीट की दीवारों को भी तोड़ने का काम चल रहा है ताकि सड़कों पर एक बार फिर वाहनों का आवागमन हो सके.भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने आईएएनएस को बताया कि, हमने पहले ही कोई सड़कें बंद नहीं की थी, दिल्ली पुलिस ने सड़कों को बंद किया और वह फिर इन सड़कों को खोल रहे हैं. सड़कें खुलते ही हम दिल्ली की ओर बढ़ेंगे क्योंकि दिल्ली जाने का पहला अधिकार हम किसानों का है. यह भी पढ़ें: किसानों से मिलने के लिए ट्रेन से ललितपुर पहुंची प्रियंका गांधी वाड्रा
#WATCH | Removal of Police barricading at Tikri (Delhi-Haryana) border underway. The barricading is also being removed from Ghazipur (Delhi-Uttar Pradesh) border.
Farmers' agitations against the three farm laws have been going on at these borders. pic.twitter.com/GrC3G7Vnze— ANI (@ANI) October 29, 2021
फिलहाल दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन पिछले 11 महीनों से जारी है, हालांकि इन सड़कों के खुलने के बाद भी किसानों का प्रदर्शन जारी रहेगा. दरअसल पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली की सीमाओं प्रदर्शन के चलते किसानों पर टिप्पणी कर कहा था कि, केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध करने का अधिकार है, लेकिन वे अनिश्चितकाल के लिए सड़कों को अवरुद्ध नहीं कर सकते. सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद किसानों ने खुद ही गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की एक लेन खोलने की कवायद शुरू की थी