Delhi: क्राइम शो से इंस्पायर्ड शख्स ने की 10 वर्षीय लड़के की हत्या, बचपन से करना चाहता था बच्चे की मां से शादी
प्रतीकात्मक तस्वीर, (फोटो क्रेडिट्स: फाइल फोटो)

दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि दस साल के एक लड़के के अपहरण और उसके निर्मम हत्या की गुत्थी सुलझ गई है, जिसमें एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है, जो कथित तौर पर पीड़ित परिवार को जानता था. पुलिस के अनुसार आरोपी बिट्टू को बच्चे की मां द्वारा शिकायत के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है. पीड़ित महिला के बयान के अनुसार उसका बेटा किराने की दुकान पर गया था और वापस नहीं आया. महिला ने अपने बेटे को रिश्तेदारों के यहां खोजा लेकिन वह नहीं मिला.

शुरुआती जांच के दौरान पता चला कि पीड़ित लड़के के माता-पिता के बीच बच्चों की कस्टडी को लेकर कुछ पारिवारिक विवाद था. पीड़िता के माता-पिता अलग-अलग रह रहे थे और वे अक्सर लड़के की कस्टडी पर झगड़ा करते थे," पुलिस ने एक प्रेस रिलीज में कहा. हालांकि, 24 दिसंबर को एक लड़के का अत्यधिक क्षत-विक्षत शव मिला था, जिसके बाद लापता लड़के के माता-पिता को भी शव की पहचान करने के लिए बुलाया गया. माता-पिता से पूछताछ के दौरान एक नया एंगल सामने आया, जिसके बाद बिट्टू को गिरफ्तार कर लिया गया. वह शुरू में पीड़ित की किसी भी जानकारी से इनकार कर रहा था, पुलिस ने कहा. यह भी पढ़ें: Sikandra Guest House Murder Case: बॉयफ्रेंड ने ही रची थी महिला की हत्या की साजिश, इस बात से था खफा, बेल्ट से किया मर्डर

उनके निरंतर पूछताछ और विस्तृत विश्लेषण पर टीम उसे तोड़ने में सफल रही और एक भयानक कहानी सामने आई कि आरोपी बिट्टू बचपन से ही मृत लड़के की मां के साथ जुड़ा हुआ था और उससे शादी करना चाहता था, लेकिन लड़की के माता-पिता ने उसकी शादी अन्य व्यक्ति से करवा दी. जिसके बाद आरोपी बिट्टू निराश हो गया. पुलिस के अनुसार, 28 नवंबर को आरोपी संजय कॉलोनी, भाटी माइंस के पास था जब उसने लड़के को बाजार की ओर जाते देखा. फिर उसने लड़के को अपने साथ जंगल में जामुन खाने के लिए बुलाया.

पुलिस ने कहा, "अभियुक्त बिट्टू सीआईडी देखता था और उससे इंस्पायर्ड होकर उसने लड़के के अपहरण और हत्या की योजना बनाई.' अभियुक्त बिट्टू उसे जंगल के रास्ते फतेहपुर बेरी के बस स्टैंड में ले गया और उससे कहा कि वह उसके लिए नए कपड़े खरीदेगा. वह लड़के को एक ग्रामीण सेवा में मैदान गढ़ी (Maidan Garhi) में ले गया, इस जंगल में वो बच्चे को पैदल ले गया और वहां उसका गला घोंटकर मार दिया और उसके शव को कीचड़ से भरे तालाब में फेंक दिया.

इस घटना के तुरंत बाद आरोपी महिला के घर गया और बच्चे के लापता होने की साहनुभूति दिखाई और लड़के को खोजने में उसकी मदद की. अगले दिन वह फिर से मैदान गढ़ी के जंगल में गया, जहां उसने शव को फेंक दिया था. उसने देखा कि शिवम की लाश तालाब में तैरती हुई दिखाई दे रही है. उसने फिर से शव को जंगल में ले जाकर पत्थरों के नीचे छिपा दिया और तुरंत पेट्रोल पंप डेरा मोड़ पर गया और 50 रुपये का पेट्रोल खरीदा और फिर से मौके पर आ गया. हत्या और शरीर को जलाने की कोशिश की, लेकिन गीले कपड़े और पेट्रोल की कम मात्रा के कारण वह शव को जलाने में सफल नहीं हो सका.