एक्शन में आई दिल्ली सरकार, COVID नियम तोड़ने पर इंडिगो, विस्तारा, स्पाइस जेट और एयर एशिया पर FIR दर्ज, 2 प्राइवेट अस्पतालों पर भी होगी कार्रवाई
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Photo Credits: Twitter)

नयी दिल्ली: कोरोना वायरस की दूसरी लहर से देशभर के साथ-साथ राजधानी दिल्ली का भी हाल बद से बदतर होता जा रहा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महामारी की वर्तमान स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए केंद्र सरकार से मदद मांगी है. साथ ही केजरीवाल ने कोविड को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही पर सख्त कदम उठाने के संकेत भी दिए है. दिल्ली सरकार ने कोरोना नियम तोड़ने के कारण दिग्गज एयरलाइन कंपनियों स्पाइस जेट, इंडिगो, विस्तारा और एयर एशिया पर एफआईआर दर्ज कराई है. जबकि दो प्राइवेट हॉस्पिटलों पर भी कोरोना नियमों का पालन नहीं करने पर एफआईआर दर्ज की गई है. दिल्ली सरकार ने रेलवे से दो स्टेशनों पर कोविड देखभाल कोच की व्यवस्था करने को कहा

मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली सरकार ने महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों की नेगेटिव आरटी पीसीआर (RT- PCR) टेस्ट रिपोर्ट की जांच नहीं करने के लिए इंडिगो (IndiGo), विस्तारा (Vistara), स्पाइस जेट (SpiceJet) व एयर एशिया (AirAsia) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इन एयरलाइन्स के खिलाफ डीडीएमए (DDMA) एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.

उधर, कोरोना ऐप पर बेड के बारे में गलत डेटा दिखाने के लिए दिल्ली सरकार दो निजी अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करेगी. दोनों अस्पतालों के खिलाफ डीडीएमए अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी.

दिल्ली में पल-पल हालात बिगड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि दिल्ली में 25,500 नए कोरोना केस आए है. पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 30 प्रतिशत हो गया है. जबकि यह उसके पिछले 24 घंटे में केवल 24 फीसद थी. अभी कोरोना के केस बढ़ने की गति जारी है और केस बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं.

उन्होंने कहा कि दिल्ली में बेड्स तेजी से खत्म होते जा रहे हैं. आईसीयू बेड्स की कमी होती जा रही है, केवल 100 आईसीयू बेड ही बचे हैं. ऑक्सीजन की कमी हो रही है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर तत्काल मदद पहुंचाने की अपील की है. सीएम ने कहा "दिल्ली सरकार अगले दो-तीन दिनों में 6 हजार से ज्यादा ऑक्सीजन बेड तैयार कर लेगी. कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज, यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, राधा स्वामी सत्संग ब्यास के अलावा कुछ स्कूलों में भी बेड लगाए जा रहे हैं."