नई दिल्ली: उत्तर-पश्चिम दिल्ली (Delhi) के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में मंगलवार को तीन श्रमिक सीवर में गिर गए और उन्हें बचाने की कोशिश के दौरान एक रिक्शा चालक भी सीवर के अंदर फंस गया. बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाने के बाद भी चारों को नहीं बचाया जा सका है. सीवर से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों ने सभी के शव बरामद कर लिए है. एनडीआरएफ (NDRF) के सहायक कमांडेंट श्री निवास ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया गया है. हमने उनके शव सीवर लाइन से बरामद कर लिए हैं. ऑपरेशन को पूरा करने में टीम को 4-5 घंटे लगे. Lucknow: सीवर में उतरे 2 सफाई कर्मचारियों की मौत, एक का इलाज जारी, नहीं मिला स्ट्रेचर तो बाइक से पहुंचाया अस्पताल
पुलिस ने बताया कि सबसे पहले सीवर में गिरे तीन लोग निजी अनुबंधित कर्मचारी हैं, जो घटना के वक्त एमटीएनएल की लाइन पर काम कर रहे थे. पुलिस के अनुसार, समयपुर बादली थाने को शाम करीब साढ़े छह बजे (6:30) घटना की सूचना मिली. पुलिस दल तत्काल मौके पर पहुंचा और इलाके की घेराबंदी कर दी. दमकल विभाग के अधिकारी और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) का एक दल भी बचाव कार्य में बुलाया गया. पुलिस ने बताया कि बचाव कार्य देर रात तक चला, लेकिन जहरीली गैस की चपेट में आने से तब तक सभी की मौत हो चुकी थी. इन लोगों को बचाने के लिए सीवर को चौड़ा करने के वास्ते मशीनों का इस्तेमाल किया गया.
Delhi | NDRF team reaches Rohini Sector 16 where four people are trapped in a sewer line. pic.twitter.com/C1BkTfZ7xz
— ANI (@ANI) March 29, 2022
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीवर में लोहे का जाल है और यह एमटीएनएल की लाइन के नीचे है. ऐसा संदेह है कि चारों लोग वहीं फंस गए होंगे. सीवर में जहरीली गैस होने के कारण सुरक्षात्मक उपकरणों के साथ भी अंदर जाना मुश्किल है.
पुलिस ने बताया कि मृतक कर्मचारियों की पहचान बच्चू सिंह, पिंटू और सूरज कुमार साहनी के रूप में की गयी है, जबकि रिक्शा चालक की पहचान रोहिणी के सेक्टर-16 स्थित सदर कॉलोनी निवासी सतीश (38) के तौर पर की गयी है. एक स्थानीय निवासी हरजिंदर सिंह ने बताया कि सतीश उसके दोस्त का भाई है. उसने कहा, ‘‘हमें पता चला कि सतीश दूसरे लोगों की मदद करने के लिए सीवर में उतरा था, लेकिन वह भी इसके अंदर फंस गया.’’