नई दिल्ली: राजधानी में प्रदूषण 'बेहद खतनाक' स्थिति में पहुंच गया है. दिल्ली-एनसीआर गैस चैंबर में तब्दील हो चुका है. प्रदूषण की खतरनाक स्थिति से पर्यावरण वैज्ञानिकों को भी हैरान हैं. रविवार को दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 900 के पार पहुंच गया. दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम की हवा भी जहरीली बनी हुई है. रविवार सुबह हुई बारिश और हवाओं का भी प्रदूषण पर कुछ असर नहीं पड़ा. पूरी राजधानी धुंध की चादर लपेटे हुए है. दिल्ली की इस खतरनाक स्थिति के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने रविवार को कहा कि सभी वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों का कहना है कि पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से प्रदूषण दिल्ली तक पहुंच रहा है.
सीएम केजरीवाल ने कहा, हम किसी के खिलाफ कोई आरोप-प्रत्यारोप नहीं करना चाहते. सीएम ने विपक्षी पार्टियों को नसीहत देते कहा, इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. सभी सरकारों को साथ आकर प्रदूषण के मुद्दे पर चर्चा करनी चाहिए. इससे पहले सीएम अरविंद केजरीवाल ने वायु प्रदूषण की समस्या को लेकर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को चिट्ठी लिखकर वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या से निपटने के लिए अपने स्तर पर पहल करने की अपील की थी. केजरीवाल ने कहा, प्रदूषण से निपटने के केंद्र के किसी भी उपाय का दिल्ली सरकार पूरा समर्थन करेगी.
प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए साथ आएं सभी सरकारें-
Delhi CM: All scientists & experts are saying that pollution from stubble burning is coming to Delhi, due to which there is pollution everywhere. We don't want to do any blame game, there should be no politics at this stage.All governments should come together &discuss the issue. pic.twitter.com/gxAlkVMKgN
— ANI (@ANI) November 3, 2019
दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता 'सिवियर' कैटेगरी में बनी हुई है. राजधानी के लगभग सभी शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 के आस-पास या उससे अधिक है. शुक्रवार को आपातकालीन स्थितियों के बीच पॉल्यूशन कंट्रोल बॉडी ने दिल्ली और आसपास के इलाकों में पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है. ईपीसीए ने शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा की और 5 नवंबर तक निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया. ईपीसीए ने स्वास्थ्य के प्रति अतिरिक्त सतर्कता बरतने की हिदायत दी है. वहीं केजरीवाल सरकार ने पांच नवंबर तक के लिए सभी स्कूल बंद कर दिए हैं.