नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) की नर्स यूनियन अपनी प्रमुख मांगों को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है. एक साथ पांच हजार नर्सो को हड़ताल पर जाने से एस्म में हडकंप मच गया है. जिसकी वजह से अस्पताल में मरीजों के देख-रेख को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा हैं. वहीं हड़ताल खत्म करने को लेकर प्रशासन की तरफ से फ्लोरेंस नाइटिंगेल के बातों का हवाला देते हुए अनुरोध किया गया है कि हड़ताल खत्म कर नर्स काम पर लौटें उनकी मांगे मान ली गई है.
हड़ताल पर गए नर्स यूनियन लेकर एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया (Dr Randeep Guleria) ने कहा कि उन्हें गर्व है संस्थान ने इस साल कोविड महामारी के दौरान पूरी मेहनत से काम किया. लेकिन यह दुखद है कि इस मुश्किल वक्त में नर्स यूनियन हड़ताल पर चला गया है. लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि जैसे फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने कहा था कि सच्चे नर्स कभी अपने मरीजों को नहीं छोड़ते वैसे ही एम्स के सच्चे नर्स अपने मरीजों को नहीं छोड़ेंगे वे काम पर लौटेंगे. यह भी पढ़े: COVID-19 Updates in Delhi: दिल्ली में कोरोना का कहर जारी, पिछले 24 घंटे के भीतर सामने आए 5,824 नए केस; कुल संख्या 5,70,374 पहुंची
It's unfortunate the union has gone on a strike now, only a few months from when a vaccine will provide the solution. I appeal to all nurses & nursing officers to not go on strike & come back & work and help us get through the pandemic: Dr Randeep Guleria, Director, AIIMS Delhi https://t.co/IuOW2o1n8j pic.twitter.com/F6CQFF97TI
— ANI (@ANI) December 14, 2020
गुलेरिया ने कहा नर्स यूनियन की एस्म से 23 मांगें हैं जो सरकार और एम्स प्रशासन ने मान ली गई हैं. इसमें उनकी एक प्रमुख मांग छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करना है. हम उनके साथ इसके लिए कई बैठकें कर चुके हैं. उन्हें सिर्फ एम्स प्रशासन ही नहीं सरकार भी समझा चुकी है कि उनकी सैलरी बढ़ाने की मांग पर विचार किया जाएगा. इसके बावजूद महामारी के समय में वेतन बढ़ाने की बात करना अनुचित है. ऐसे में अस्पताल की नर्सों से उनका अनुरोध हैं कि वह हड़ताल खत्म कर काम पर लौटें और महामारी से लड़ने में हमारी मदद करें. ताकि लोगों की जान बचाई जा सके.