Dead Jellyfish In Puri: पुरी में समुद्र तट पर मिलीं हजारों मृत जेलीफिश, संभावित कारणों का पता लगाने में जुटे विशेषज्ञ
ओडिशा के पुरी में समुद्र तट पर हजारों की संख्या में मृत जेलीफिश की बरामदगी ने पर्यटकों के साथ-साथ पर्यावरणविंदो के बीच भी चिंता पैदा कर दी है. वैज्ञानिक इसके पीछे के संभावित कारणों का पता लगा रहे हैं.
Dead Jellyfish In Puri: ओडिशा (Odisha) के पुरी (Puri) में समुद्र तट (Sea Beach) पर हजारों की संख्या में मृत जेलीफिश (Dead Jellyfish) की बरामदगी ने पर्यटकों (Tourists) के साथ-साथ पर्यावरणविंदो के बीच भी चिंता पैदा कर दी है. कई पर्यटकों ने आरोप लगाया कि जेलीफिश (Jellyfish) शवों के संपर्क में आने के बाद उन्हें चकत्ते के साथ-साथ खुजली की शिकायत भी हुई. एक पर्यटक ने कहा, 'हम अच्छा महसूस नहीं कर रहे हैं, क्योंकि नहाने के बाद शरीर में खुजली हो रही थी.
स्वर्ग द्वार के पास से लाइट हाउस क्षेत्र तक समुद्र तट के पूरे खंड पर जेलीफिश शव पाए जा सकते हैं. कई लोग जेलीफिश की किस्मों और इतनी बड़ी संख्या में मौतों के बाद पर्यावरण पर उनके प्रभाव पर विस्तृत शोध की मांग कर रहे हैं. निवासी जिला प्रशासन और वन विभाग की ओर से समुद्र तट पर पड़ी जेलीफिश के शवों को दफनाने के लिए पर्याप्त उपाय करने की भी मांग कर रहे हैं.
वैज्ञानिक केंद्रीय समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान (Scientist Central Marine Fisheries Research Institute) के राजेश प्रधान (Rajesh Pradhan) ने कहा कि जेलीफिश के झुंड और फंसे होने की घटनाओं में वृद्धि हुई है, जिससे उनकी मृत्यु हुई है. यह भी पढ़ें: Jellyfish With 24 Eyes: हांगकांग में मिली 24 आंखों वाली जेलिफ़िश, देखकर वैज्ञानिक भी हैरान, देखें वीडियो
उन्होंने कहा कि यह हाल में आए चक्रवात मोचा (Cyclone Mocha), तापमान में वृद्धि और हाई टाइड के कारण हो सकता है. ये मुख्य रूप से ताज जेलीफिश हैं और वे तापमान संवेदनशील हैं जिसके लिए बड़े पैमाने पर झुंड रहे हैं. हाई टाइड और चक्रवात मोचा इसकी वजह हो सकते हैं.
प्रधान के अनुसार, जेलीफिश के चलने वाले अंग कमजोर होते हैं और वे अक्सर समुद्र तटों पर फंस जाते हैं. प्रधान ने कहा कि जेलीफिश की ये प्रजातियां घातक नहीं हैं और जब भी किसी व्यक्ति को खुजली की शिकायत होती है, तो वे उस जगह को सिरके से धो सकते हैं. प्रधान ने कहा कि यह एक प्राकृतिक घटना है और हम इस पर शोध कर रहे हैं.