दौसा, 11 दिसंबर : राजस्थान के दौसा जिले में पांच साल के मासूम आर्यन को बोरवेल में गिरे लगभग 43 घंटे हो गए हैं. अभी तक आर्यन बोरवेल से बाहर नहीं निकल पाया है. जिसके चलते अब पीलिंग मशीन का उपयोग करते हुए जल्द से जल्द आर्यन को बाहर लाने की कोशिश की जा रही है. जानकारी के अनुसार, आर्यन को बोरवेल से बाहर निकलने में अभी 3 से 4 घंटे का समय और लग सकता है. दौसा जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने बताया कि लगभग रात को 3:30 बजे के आसपास पीलिंग मशीन लगाकर बोरवेल के नजदीक खुदाई का काम शुरू कर दिया था.
जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने कहा कि बच्चा बेहोशी की अवस्था में नजर आ रहा है. बच्चे की सीसीटीवी के जरिए निगरानी की जा रही है. आर्यन के बाहर आने के बाद ही उसके स्वास्थ्य के बारे में कुछ कह पाना संभव हो पाएगा. बता दें कि दौसा जिले के कालीखाड गांव में बोरवेल में गिरे बच्चे को सकुशल निकालने के लिए मंगलवार को भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा. रेस्क्यू टीम बच्चे को बाहर निकालने का प्रयास कर रही है. यह भी पढ़ें : Anurag Thakur on Congress: कांग्रेस करती है तुष्टिकरण की राजनीति, चेहरा फिर हुआ बेनकाब; अनुराग ठाकुर
दरअसल, सोमवार (10 दिसंबर) को दोपहर बाद करीब 3:30 बजे आर्यन नाम का लड़का खेलते समय बोरवेल में गिर गया था. तभी से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. मासूम 160 फीट गहरे बोरवेल में करीब 150 फीट पर अटका हुआ है. बोरवेल के पास खुदाई कर बच्चे तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है. कई जेसीबी मशीनों और ट्रैक्टर की मदद ली जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, जगदीश मीणा की पत्नी खेत में बनी टंकी पर नहा रही थी. इसी दौरान आर्यन वहां खेल रहा था. तभी वो अचानक से बोरवेल में गिर गया. इसके बाद शोर मचाकर मां ने आसपास के लोगों और पुलिस को इस घटना के बारे में सूचित किया था. इसके बाद मौके पर जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार, लालसोट एएसपी दिनेश अग्रवाल, विधायक दीनदयाल बैरवा, एसडीएम यशवंत मीणा, नांगल राजावतान डीएसपी चारुल गुप्ता, थाना प्रभारी मालीराम सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे थे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया था