Cyclone Nisarga: मुंबई में चक्रवाती तूफान निसर्ग के आने से पहले धारा-144 लागू, BMC ने की लोगों से घर में रहने की अपील
अरब सागर से आ रहे चक्रवाती तूफान निसर्ग के खतरे को देखते हुए मुंबई पुलिस ने शहर में धारा-144 लगा दी है. निसर्ग चक्रवात आज (3 जून) दोपहर मुंबई के करीब रायगढ़ जिले स्थित अलीबाग में टकराने वाला है.
मुंबई: अरब सागर (Arabian Sea) से आ रहे चक्रवाती तूफान (Cyclone Nisarga) निसर्ग के खतरे को देखते हुए मुंबई पुलिस ने शहर में धारा-144 लगा दी है. निसर्ग चक्रवात आज (3 जून) दोपहर मुंबई के करीब रायगढ़ जिले स्थित अलीबाग में टकराने वाला है. चक्रवात के पहुंचने से पहले ही मुंबई और इसके आसपास के क्षेत्रों में बारिश शुरू हो गई. कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश की सूचना है.
मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक निसर्ग तूफान गंभीर चक्रवाती तूफान बन गया है. आज दोपहर 1-3 बजे के बीच ये अलीबाग के दक्षिण में टकराएगा. देश के पश्चिमी तटीय हिस्से पर पहुंचने पर हवा की रफ्तार 100-120 किलोमीटर प्रति घंटा होने की संभावना जताई गई है. इसकी वजह से रायगढ़, मुंबई, ठाणे, पालघर में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है. Cyclone Nisarga: मुंबई के पास अलीबाग तट से आज दोपहर टकराएगा चक्रवाती तूफान निसर्ग, अलर्ट पर प्रशासन
ग्रेटर मुंबई पुलिस आयुक्त कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि चक्रवात से शहर में यह सुनिश्चित करने के लिए कि मानव जीवन, स्वास्थ्य या सुरक्षा के लिए कोई खतरा नहीं हो, इसके लिए सीआरपीसी की धारा-144 लागू की गई है.
बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने भी चक्रवाती तूफान निसर्ग के चलते मुंबईकरों को सतर्क रहने की हिदायत दी है. बीएमसी ने लोगों को घरों में रहने की अपील की है और कहा है कि बहुत जरुरी नहीं होने पर भारी बारिश के दौरान घर पर रहें. लेकिन अगर कही जाने के लिए कार चलाने की आवश्यकता पड़े, तो साथ में हथौड़ा या ऐसी कोई वस्तु जरुर ले जिससे इमरजेंसी में गाड़ी का कांच को तोड़ा जा सके. Nisarga Cyclone Tracker: 3 जून को ‘निसर्ग’ बनेगा गंभीर चक्रवाती तूफान, ऐसी रहेगी अरब सागर से उठे इस आफत की स्थिति
निसर्ग चक्रवात के बुधवार को तट से टकराने के खतरे को देखते हुए मुंबई, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुगिरि जिले में अलर्ट जारी किया गया है. आईएमडी के मुताबिक चक्रवात के प्रभाव से बुधवार को मुंबई को भारी बारिश, तेज हवाएं, हाई टाइड और तूफान का सामना करना पड़ सकता है. मुंबई में साल 1891 के बाद कोई बड़ा चक्रवाती तूफान नहीं आया है.