
नई दिल्ली. चक्रवाती तूफान अम्फान (Cyclone Amphan) ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) और ओडिशा (Odisha) में तबाही मचाई है.लेकिन सबसे अधिक असर बंगाल में देखने को मिला है. जिसकी तस्वीरें और वीडियो आज लगातार सामने आ रहे हैं. बंगाल में इससे 12 लोगों की मौत हो गई है. कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और कुछ जगहों पर भारी बारिश की वजह से जल भराव देखने को मिला है. साथ ही हजारों घर क्षतिग्रस्त हुए हैं. बंगाल (Bengal) की खाड़ी में उठे चक्रवात तूफान (Cyclonic Storm) के कारण बुधवार को भारी बारिश हुई थी. जिसके चलते कोलकाता एयरपोर्ट (Kolkata Airport) एक हिस्सा डूब गया है.चक्रवाती तूफान अम्फान के कारण एहतियातन कोलकाता एयरपोर्ट पर सभी परिचालन गुरूवार सुबह 5 बजे तक बंद कर दिए गए थे, जिन्हे अभी भी बंद रखा गया है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान के कारण कोलकाता एयरपोर्ट का एक हिस्सा पानी से भर गया है. कोलकाता एयरपोर्ट पर खड़े प्लेन भी चक्रवात अम्फान की चपेट में आए हैं. भारी बारिश के कारण पूरा एयरपोर्ट जनमग्न दिखाई पड़ रहा है.नीचे वीडियो में आप देख सकते हैं किस कदर चक्रवाती तूफान ने अपना कहर बरपाया हुआ है. यह भी पढ़े-Cyclone Amphan: चक्रवाती तूफान 'अम्फान' ने बंगाल में मचाई तबाही, देखें तस्वीरें
अम्फान का कहर-कोलकाता एयरपोर्ट का एक हिस्सा भारी बारिश से डूबा, देखें वीडियो
#WATCH West Bengal: A portion of Kolkata Airport flooded in wake of #CycloneAmphan pic.twitter.com/28q5MdqoD2
— ANI (@ANI) May 21, 2020
कोलकाता में आए अम्फान के कारण छोटी झोपड़ियां क्षतिग्रस्त हुई हैं और रास्ते में कई पेड़ गिरे हुए हैं. फायर बिग्रेड की टीम पेड़ को काट कर रास्ते साफ कर रहे हैं.
ANI का ट्वीट-
कोलकाता में आए #CycloneAmphan के कारण छोटी झोपड़ियाँ क्षतिग्रस्त हो गए और रास्ते में कई पेड़ गिरे हुए हैं। फायर बिग्रेड की टीम पेड़ को काट कर रास्ते साफ कर रहे हैं। #WestBengal pic.twitter.com/2hdQde0JAO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 21, 2020
वहीं राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि चक्रवाती तूफान के कारण जान-माल को हुए नुकसान का अनुमान फिलहाल लगाना मुश्किल है क्योंकि जिन इलाकों में अधिक तबाही मची है, वहां जाना अभी मुमकिन नहीं है.
ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलो में चक्रवात अम्फान के कारण भारी बारिश और तूफान आने से खपरैल वाले घरों के ऊपरी हिस्से तेज हवाओं में उड़ गए. साथ ही पेड़ एवं बिजली के खम्भे भी कई जगहों पर उखड़ गए और और गांवों सहित निचले इलाकों में पानी भर गया है.