रायपुर: अगर हम आप से कहें कि गोबर की भी चौकीदारी भी की जाती है तो आपको क्या इस पर यकीन आएगा? अगर नहीं तो यकीन कर लीजिए. मामला छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के कुटरू का है. यहां एक शख्स ने सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) को बताया कि वह गोबर की चौकीदारी करता है. Chhattisgarh: किसानों को सौगात! CM बघेल 21 मई को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किश्त का करेंगे भुगतान.
बीजापुर जिले के कुटरू में रहने वाले किसान मंटू राम कश्यप गोबर की चौकीदारी करते हैं. उन्होंने खुद यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बताई. मंटूराम ने मुख्यमंत्री को बताया कि मैं रात में टॉर्च लगा कर गोबर की चौकीदारी करता हूं, और इस काम मे मेरी पत्नी भी मेरा साथ देती हैं. उन्होंने बताया कि वे छत्तीसगढ़ सरकार की गोधन न्याय योजना के तहत गोबर बेचते हैं.
मंटूराम ने बताया कि अब तक उन्होंने लगभग 14 हजार किलो गोबर करीब 28 हजार रुपये में बेचा है. मंटूराम ने बताया कि पहले गोबर को कोई नहीं पूछता था लेकिन अब हर किसी की नजर गोबर पर लगी रहती है. उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले उनके इकठ्ठे किये गोबर को गांव के कुछ लोग उठा ले गए थे. इसके बाद से वे गोबर की सुरक्षा के लिए अपनी पत्नी के साथ चौकीदारी करने लगे.
मंटूराम ने बताया कि अब गोबर के लिए कीमत मिलती है इसलिए इसकी चोरी भी होने लगी है. मंटूराम और उनकी पत्नी दोनों मिलकर गोबर की चौकीदारी करते हैं. मंटूराम ने बताया कि चौकीदारी के लिए रातभर जागना संभव नहीं है, इसलिए उनकी पत्नी और वे दोनों शिफ्ट में चौकीदारी करते हैं.
मंटुराम ने बताया कि उनके पास 15 गाय- भैंसे हैं. अब तक गोधन न्याय योजना से गोबर बेचकर करीब 28 हजार रुपये मिले हैं. गोधन न्याय योजना से मिले रुपयों से उन्होंने अपना मकान भी रिपेयर करावाया. मंटुराम गोधन न्याय योजना का पूरा फायदा उठा रहे हैं. उनकी तरह कई लोग इस योजना से अपनी आजीविका चला रहे हैं.