नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) से लोग भले ही परेशान हैं. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) इस मुसीबत की घड़ी में लगातार लोगों का साहस बढ़ा रहे हैं. सोमवार को पीएम मोदी ने SPICMACAY कार्यक्रम के वर्चुअल उद्घाटन सामारोह में देश को संबोधित करते हुए कहा कि 130 करोड़ भारतीयों ने कोविड-19 के खिलाफ अपनी लड़ाई की शुरुआत बर्तन और ताली बजाते हुए पूरे जोश के साथ की. जब 130 करोड़ लोग एक भावना के साथ आते हैं, एक संग जुड़ते हैं तो ये संग ही संगीत बन जाता है.
वहीं पीएम मोदी आगे लोगों को संस्कृत के दोहों का जिक्र करते हुए कहा कि शिवत्व का मतलब है आत्म कल्याण. शिवत्व का मतलब है मानवता का कल्याण, शिवत्व का मतलब है मानवता की सेवा, इसलिए, हमारे यहाँ संगीत केवल अपने सुख का ही नहीं, बल्कि साधना और सेवा का भी माध्यम रहा है, संगीत की साधना, तपस्या का रूप रही है. यह भी पढ़े: पीएम मोदी मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत में बोलें, आर्थिक गतिविधियां जोर पकड़ेंगी, ग्रामीण भारत को कोरोना मुक्त रखना होगा
पीएमओ ट्वीट:
वैसे आपको याद होगा, इस अभियान की शुरुआत 130 करोड़ भारतवासियों ने ताली-थाली बजाकर, शंख-घंटी बजाकर खुद की थी, पूरे देश को एक ऊर्जा से भर दिया था।
ऐसे में जब 130 करोड़ लोग एक भावना से साथ आते हैं, एक संग जुड़ते हैं, तो ये संग ही संगीत बन जाता है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 1, 2020
प्रधानमंत्री ने क्या कहा
शिवत्व का मतलब है आत्म कल्याण।
शिवत्व का मतलब है मानवता का कल्याण।
शिवत्व का मतलब है मानवता की सेवा।
इसलिए, हमारे यहाँ संगीत केवल अपने सुख का ही नहीं, बल्कि साधना और सेवा का भी माध्यम रहा है, संगीत की साधना, तपस्या का रूप रही है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) June 1, 2020
दरअसल पीएम मोदी देश में कोरोना महामारी फैलने के बाद देश में लॉकडाउन घोषित करने से पहले लोगों से 22 मार्च रविवार को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू ऐलान किया. पीएम मोदी ने लोगों से अपील करते हुए कहा था कि अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में जुटे डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, मीडियाकर्मियों का हौसला बढ़ाने के लिए शाम 5 बजे अपने घरों में बर्तन और ताली बजाते हुए पूरे उनका जोश बढ़ाएं.
बता दें कि दूसरे अन्य देशो की तरह भारत भी कोरोना महामारी की चपेट में हैं. सोव सोमवार तक देश में कोरोना के 190535 मामले पाए जा चुके हैं. वहीं इस महामारी से 5394 लोगों की जान जा चुकी हैं.