COVID-19: केरल में 519 केस, महाराष्ट्र और दिल्ली में भी कोरोना ने पकड़ी रफ्तार; जानें कैसे करें बचाव
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नई दिल्ली: भारत में एक बार फिर कोविड-19 (COVID-19) के मामलों में धीरे-धीरे वृद्धि देखी जा रही है. हाल ही में कई राज्यों में संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं, जिनमें नोएडा, केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली और कर्नाटक जैसे राज्य प्रमुख हैं. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि अभी स्थिति गंभीर नहीं है, लेकिन बुजुर्गों और बीमार लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है. नोएडा में कोविड मामलों की संख्या 19 तक पहुंच गई है. संक्रमितों की उम्र 24 से 71 साल के बीच है और सभी को घर पर आइसोलेट किया गया है. फिलहाल किसी में गंभीर लक्षण नहीं हैं. यहां जानिए देशभर में कोरोना की स्थिति कैसी है.

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केरल: सबसे ज्यादा केस

केरल में 519 सक्रिय मामले हैं और 3 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य सरकार ने सभी जिलों में कोविड टेस्टिंग अनिवार्य की है. स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि गंभीर लक्षण बहुत कम हैं, लेकिन बीमार और बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है.

महाराष्ट्र: 210 एक्टिव केस

महाराष्ट्र में 154 नए मामले सामने आए हैं. कल्याण-डोंबिवली में 78 साल के बुजुर्ग की मौत कोविड संक्रमण के चलते हुई. राज्य सरकार निगरानी और स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत कर रही है.

दिल्ली: 104 एक्टिव केस

दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में 99 नए मामले दर्ज हुए हैं. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि "घबराने की जरूरत नहीं है, अस्पताल पूरी तरह तैयार हैं." स्वास्थ्य मंत्री ने भी कहा कि कोई गंभीर केस या मौत नहीं हुई है.

कर्नाटक: 47 एक्टिव केस

कर्नाटक में बेंगलुरु सहित कई जिलों में 36 नए मामले आए हैं. मंत्री ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है लेकिन स्कूलों और जनता को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.

गुजरात: 83 एक्टिव केस

यहां नए ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट LF.7 की पहचान हुई है. सरकार ने जीनोमिक निगरानी बढ़ा दी है.

उत्तर प्रदेश: 15 एक्टिव केस

यूपी में आगरा में 78 साल के बुजुर्ग की संदिग्ध कोविड मौत हुई है. संपर्क ट्रेसिंग और सावधानी संबंधी उपाय किए जा रहे हैं.

पश्चिम बंगाल: 12 केस

पश्चिम बंगाल सरकार ने टेस्टिंग और वैक्सीनेशन को फिर से तेज किया है.

तमिलनाडु: 69 केस

यहां भी नए वेरिएंट्स पर नजर रखने के लिए जीनोमिक सीक्वेंसिंग की जा रही है.

कोरोना से बचाव के लिए क्या करें?

  • घबराएं नहीं, लेकिन मास्क, सैनिटाइज़र और सोशल डिस्टेंसिंग फिर से अपनाएं.
  • अगर सर्दी, खांसी या बुखार हो तो तुरंत टेस्ट कराएं और घर पर रहें.
  • बुजुर्ग और बीमार लोग फालतू भीड़ में जाने से बचें.
  • राज्य सरकारों द्वारा जारी एडवायजरी का पालन करें.

फिलहाल कोरोना की यह लहर अत्यधिक गंभीर नहीं लग रही, लेकिन यदि हम सब सतर्क नहीं रहे, तो स्थिति बिगड़ सकती है. सरकारें अपनी ओर से तैयारी कर रही हैं, लेकिन जनता की जिम्मेदारी भी उतनी ही जरूरी है. याद रखें, "सावधानी में ही सुरक्षा है."