COVID-19 Peak in India: भारत में कब चरम पर पहुंचेगा कोरोना वायरस का प्रकोप?
कोरोना से जंग | प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: PTI)

नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण बढ़ता चला जा रहा है, हालांकि संक्रमितों के स्वास्थ्य होने की रफ़्तार भी तेजी से बढ़ रही है. जबकि घातक वायरस की चपेट में आने वालों की मृत्यु दर भी कम हो रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक गुरुवार सुबह तक देश के अलग-अलग राज्यों से पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 69,652 नए मामले दर्ज किए गए. जबकि इस अवधि में कुल 977 कोरोना मरीजों ने दम तोड़ दिया. इसके साथ देश में अब कोविड-19 (COVID-19) पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 28,36,926 हो गई है, जिसमें 6,86,395 सक्रिय मामले है और 20,96,665 ठीक होकर घर लौट चुके है. घातक वायरस की चपेट में आने से अब तक कुल 53,866 लोगों की मौत हुई है.

एसबीआई अर्थशास्त्रियों (SBI Economists) का मानना ​​है कि भारत में तकनीकी रूप से कोरोना वायरस का कहर चरम पर तब पहुंच सकता है जब इसकी रिकवरी दर 75 फीसदी को पार कर जाएगी. लेकिन अर्थशास्त्री भी अपने इस दावे को लेकर सचेत कर रहे है. अर्थशास्त्रियों ने यह बात कोरोना की मार झेल चुके चुनिंदा देशों के पीक डेटा और रिकवरी दर के आधार पर कही है. Coronavirus Updates in India: पिछले 24 घंटे के भीतर कोरोना की 9 लाख से अधिक टेस्टिंग हुई, देश में पॉजिटिविटी रेट 8 फीसदी से कम

लाइवमिंट की एक रिपोर्ट में वे कहते हैं, "डेटा से यह भी पता चलता है कि रिकवरी रेट और पीक रेट के बीच कोई कारण नहीं है, क्योंकि ब्राजील में 69 फीसदी की रिकवरी दर पर ही कोरोना अपने चरम पर पहुंच गया था. हालांकि, अमेरिका में जानलेवा वायरस ने दो बार कहर बरपाया.” रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली, तमिलनाडु जैसे कुछ राज्यों में कोरोना का चरम जा चूका है, जबकि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में पीक का आना अभी बाकी है.

देश में कोविड-19 के गंभीर मरीजों की संख्या बेहद कम-

इस वैश्विक महामारी से जारी लड़ाई में भारत ने बुधवार को एक और मुकाम हासिल किया है. कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बुधवार को 20 लाख से अधिक हो गई. जबकि 24 घंटों में 60,091 लोग ठीक हुए जो एक दिन में ठीक होने वालों की अब तक की सबसे बड़ी संख्या थी. जबकि भारत में कोरोना से ठीक होने की दर भी बढ़कर 73 फीसदी के पार पहुंच चुकी है और मृत्यु दर (केस फेटलिटी रेट) 2 फीसदी से भी कम है.

हाल के दिनों में जारी आंकड़ों पर नजर डाले तो देश पर इस बीमारी का वास्तविक भार कम हुआ है. कोरोना से ठीक होने की रिकॉर्ड संख्या से यह बात पक्की हो रही है. सक्रिय मामलों की संख्या में कमी आई है और यह वर्तमान में कुल पॉजिटिव मामलों के एक चौथाई से भी कम है. भारत में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की तुलना में ठीक होने वाले की संख्या 14,10,269 अधिक है. इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की अधिक संख्या और मरने वालों की घटती संख्या से यह पता चलता है कि भारत की कोरोना वायरस से चल रही जंग सफल हो रही है.