महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. मंगलवार को राज्य में Covid 19 के 72 नए केस सामने आए. इसके बाद राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़कर 302 हो गया. इनमें 59 मुंबई से, 3 नगर से, पुणे, ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, नवी मुंबई और विरार से दो-दो मामले सामने आए हैं. राज्य स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी. महाराष्ट्र कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से एक है. महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से अब तक 10 की मौत हो चुकी है. सोमवार को कोरोना वायरस से मुंबई में 80 वर्षीय एक शख्स की मौत हो गई. इससे पहले सोमवार को ही महाराष्ट्र के पुणे में एक 52 वर्षीय व्यक्ति ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. व्यक्ति डायबिटीज का मरीज भी था.
इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा फैसला किया है. महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि कोराना वायरस से मरने वाले व्यक्ति के शव को जलाया जाएगा, चाहे वह किसी भी धर्म का हो. उसे दफनाने की अनुमति नहीं होगी. इसके अलावा अंतिम संस्कार में सिर्फ पांच ही लोग शामिल होंगे. सरकार का कहना है कि शव को दफनाने से दूसरे में संक्रमण फैलने की संभावना होती है. इसी वजह से शव का जलाना ही संक्रमण को रोकने के लिए सबसे बेहतर तरीका है. यह भी पढ़ें- Coronavirus: महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख की चेतावनी, ‘अप्रैल फूल डे’ के दिन कोरोना को लेकर कोई झूठी अफवाह फैलाई तो होगी कानूनी कार्रवाई.
महाराष्ट्र में लगातार सामने आ रहे नए मामले-
72 more persons have tested positive for #COVID19 in Maharashtra, taking the total number of cases in the state to 302. 59 from Mumbai, 3 from Nagar, 2 each from Pune, Thane, Kalyan-Dombivli, Navi Mumbai and Vashi Virar: State Health Department pic.twitter.com/x89hJ9UuaC
— ANI (@ANI) March 31, 2020
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की गाइडलाइंस में शव को आइसोलेशन रूम या किसी क्षेत्र से इधर-उधर ले जाने के दौरान शव के फ्लूइड्स के सीधे संपर्क में आने से बचने के लिए निजी सुरक्षा उपकरणों का समुचित इस्तेमाल करने का सुझाव दिया गया है.
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1200 के आंकड़े को पार कर चुकी है. देश में Covid 19 से अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना के खतरे को देखते हुए देशभर में लॉकडाउन चल रहा है. देशभर में लोग अपने घरों में कैद है ताकि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकते. स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि लॉकडाउन सकारात्मक साबित हो रहा है, लेकिन हमें किसी भी चूक से बचना होगा.