नई दिल्ली: इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने रविवार को बताया कि 4 जुलाई तक पूरे भारत में COVID-19 के लिए 97,89,066 सैंपल की जांच की गई. जिनमें से केवल 2,48,934 सैंपल का शनिवार को परीक्षण किया गया. इस सप्ताह की शुरुआत में, सरकार ने कहा कि कई अड़चनों को हटा दिया गया है और भारत के COVID-19 परीक्षण करने के लिए विभिन्न कदम उठाए गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप देश जल्द ही कोरोनो वायरस के लिए एक करोड़ नमूनों के परीक्षण के मील के पत्थर को छू लेगा.
बुधवार को केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की. इसके अनुसार कोरोना टेस्ट अब किसी भी पंजीकृत डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन पर किया जा सकता है। इसके लिए विशेष रूप से सरकारी डॉक्टर से प्रिसक्रिप्शन की जरुरत नहीं है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में कोरोना वायरस के लिए टेस्ट किए गए लोगों की कुल संख्या जल्द ही एक करोड़ हो जाएगी. यह भी पढ़ें: देश में कोरोना ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, एक दिन में 24 हजार से ज्यादा नए केस, संक्रमितों की कुल संख्या 6.73 लाख के पार.
ICMR के अनुसार, देश भर में दैनिक परीक्षण की क्षमता भी तेजी से बढ़ रही है. 25 मई तक प्रतिदिन टेस्टिंग की क्षमता 1.5 लाख थी. जो अब प्रति दिन तीन लाख से अधिक टेस्ट से ज्यादा हो गई है. केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को ICMR के दिशानिर्देशों के अनुसार टेस्टिंग के लिए मानदंडों को पूरा करने वाले निजी सहित सभी योग्य चिकित्सकों को मंजूरी देकर जल्द से जल्द टेस्टिंग की सुविधा के लिए तत्काल कदम उठाने की सलाह दी है.
इस बीच देश में कोरोना संक्रमितों की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है. पिछले 24 घंटों में सर्वाधिक 24 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) द्वारा रविवार सुबह जारी किए गए नए आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में 24,850 नए मामले सामने आए हैं. इस दौरान 613 लोगों की मौत हुई है.
नए आकंड़ों के साथ देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 6,73,165 हो गई है. वहीं मृतकों की संख्या 19,268 पर पहुंच गई है. अब तक इस महामारी से 4,09,082 लोग ठीक हो गए हैं. भारत दुनिया में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की सूची में चौथे नंबर पर है.