
Prayagraj Dalit Minor Religious Conversion Case: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है. यहां एक दलित समुदाय की नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर केरल ले जाया गया, जहां उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराने और कथित तौर पर आतंकवादी गतिविधियों में धकेलने की साजिश रची गई. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लड़की के परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कि एक मुस्लिम युवक उनकी बेटी को लगातार परेशान कर रहा था और बहला-फुसलाकर कहीं ले गया.
इसी के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की और जो खुलासा हुआ, वो चौंकाने वाला था.
पुलिस का चौंकाने वाला खुलासा
इस मामले की पुष्टि खुद सीनियर पुलिस अफसर अजय पाल शर्मा ने की है. उन्होंने बताया कि पीड़िता एक दलित नाबालिग लड़की है और पूरा घटनाक्रम करीब दो हफ्तों में अंजाम दिया गया. इस मामले में केरल से जुड़े कुछ और नाम भी सामने आए हैं. जल्द ही वहां भी कार्रवाई की जाएगी. मामला बेहद गंभीर है. पुलिस कई और गिरफ्तारी की तैयारी में है.
पुलिस का मानना है कि ये महज एक मामला नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक बड़ा मॉड्यूल काम कर रहा है, जो नाबालिगों को निशाना बनाकर धर्मांतरण और उग्रपंथी गतिविधियों की ओर धकेल रहा है.
2 आरोपी गिरफ्तार, तेज हुई जांच
जांच में सामने आया कि लड़की को झांसा देकर केरल ले जाया गया, जहां धार्मिक रूप से उसे प्रभावित करने और कथित तौर पर आतंकवादी गतिविधियों की ट्रेनिंग देने की कोशिश की जा रही थी. पुलिस ने इस मामले में प्रयागराज के दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है, जो इस साजिश में सीधे तौर पर शामिल थे. इन दोनों ने ही लड़की को केरल पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई.
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे मामले की परतें खुलती जा रही हैं. पुलिस अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि अगले कुछ दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं और मामले से जुड़े बड़े नाम भी सामने आ सकते हैं.
लोगों में गुस्सा, प्रशासन सतर्क
इस पूरे मामले को लेकर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है. सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक लोग इस घटना को लेकर गुस्से में हैं और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं. प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए साइबर मॉनिटरिंग और खुफिया तंत्र को और मजबूत किया जा रहा है.
इस चौंकाने वाले मामले ने न सिर्फ प्रयागराज, बल्कि पूरे प्रदेश में चिंता बढ़ा दी है. जिस तरह से नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाकर उन्हें कट्टरपंथ की ओर धकेला जा रहा है, वो गंभीर खतरे का संकेत है. अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले की तह तक पहुंचकर कितनी जल्दी पूरी साजिश को बेनकाब कर पाती है.