गुवाहाटी, 11 नवंबर : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कांग्रेस पर मुहम्मद अली जिन्ना की मुस्लिम लीग जैसी आजादी से पहले इस्तेमाल की जाने वाली रणनीति अपनाने का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा, “अपने लंबे राजनीतिक जीवन में मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि कांग्रेस एक धर्म के वोट बैंक पर कब्जा करने के लिए इतना नीचे गिर जाएगी. धर्म विशिष्ट घोषणापत्र लाकर कांग्रेस मुहम्मद अली जिन्ना की मुस्लिम लीग के सपने को पूरा कर रही है.''
असम के मुख्यमंत्री ने लिखा कि महात्मा गांधी आजीवन मुहम्मद अली जिन्ना द्वारा समर्थित अलग निर्वाचन प्रणाली के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे. “और अब जिन लोगों ने गांधी उपनाम अपना लिया है, उन्होंने जिन्ना की नीतियों को पुनर्जीवित कर दिया है। हमारे स्वतंत्रता सेनानी के इस अपमान को न तो माफ किया जाएगा और न ही भुलाया जाएगा.” मुख्यमंत्री ने "कांग्रेस की हिंदू विरोधी साख" का वर्णन करते हुये तेलंगाना में कांग्रेस के अल्पसंख्यक घोषणापत्र पर सवाल उठाया और पार्टी पर विभाजनकारी रणनीति अपनाने का तीखा आरोप लगाया.
मुख्यमंत्री ने सभी भारतीयों से कांग्रेस पार्टी के जुमलों के छिपे अर्थ पर विचार करने का आग्रह किया, और सवाल किया कि क्या "जितनी आबादी उतना हक" अवैध मुस्लिम आरक्षण करने के लिए एक मोर्चा है. उन्होंने कहा कि तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अल्पसंख्यक घोषणापत्र के खुलासे से राजनीतिक विवाद बढ़ गया है। उद्घोषणा में तेलंगाना की अल्पसंख्यक आबादी के लिए व्यापक कार्यक्रम शामिल हैं जो रोजगार समानता, शिक्षा और वित्तीय सशक्तिकरण के बारे में हैं. असम के मुख्यमंत्री ने इन सुझावों पर अस्वीकृति व्यक्त की, उन्हें विभाजनकारी बताया और एक धर्मनिरपेक्ष राज्य के मूल्यों के साथ उनकी स्थिरता पर संदेह जताया.