अयोध्या (उत्तर प्रदेश), 17 अक्टूबर: उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने कहा है कि राजनीति कभी भी धर्म से अलग नहीं रही है, यह दोनों एक-दूसरे के पूरक रहे हैं. बात दें कि मुख्यमंत्री धामी अयोध्या में दो दिवसीय यात्रा पर हैं, वो उत्तराखंड के पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने 9 नवंबर, 2019 को सुप्रीम कोर्ट के फैसले बाद के अयोध्या में राम मंदिर में पूजा की. यह भी पढ़े: Uttarakhand: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा में ब्लॉक स्तर पर टॉप करने वाली 162 छात्राओं को बांटे स्मार्ट फोन
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, बचपन से हमने अयोध्या में राम मंदिर का सपना देखा था और कामना की थी. अब यह सपना हकीकत बन रहा है. लखनऊ विश्वविद्यालय में पढ़ने के बाद से मैं कई बार अयोध्या गया हूं, लेकिन इस बार यह अलग है. धामी ने कहा, यह कोई राजनीतिक यात्रा नहीं है. मैं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़ा हूं और कम से कम 50 बार अयोध्या का दौरा कर चुका हूं. मैं बचपन से ही अयोध्या आता रहा हूं. राजनीति कभी धर्म से अलग नहीं रही. वास्तव में, दोनों एक दूसरे के पूरक थे.
किसान आंदोलन के मुद्दे के बारे में उन्होंने कहा, मैं एक किसान परिवार से ताल्लुक रखता हूं और मेरे परिवार के लोग भी सेना में हैं. हमारी सरकारें लगातार किसानों के लिए काम कर रही हैं. किसानों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभी योजनाएं उत्तराखंड में लागू की जा रही हैं. किसान सम्मान निधि, किसानों की आय दोगुनी हो या कोई अन्य योजना, इन सभी को लागू किया जा रहा है.
उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव पर धामी ने कहा, ''उत्तराखंड में पांच लोकसभा और दो राज्यसभा सांसद हैं. विधानसभा चुनाव के लिए हमने 'इस बार 60 पार' का नारा दिया है. ''धामी रविवार को एक आश्रम के भूमि पूजन कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे, जिसका निर्माण दिल्ली सेवा धाम कर रहा है.