नई दिल्ली: भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी वाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना (Sanjiv Khanna) का नाम सुझाया है. यह सिफारिश तब आई है जब सरकार ने पिछले शुक्रवार को निवर्तमान CJI चंद्रचूड़ से उनके उत्तराधिकारी का नाम भेजने का अनुरोध किया था, जो कि नियुक्ति प्रक्रिया के मेमोरेंडम के अनुसार किया गया है.
CJI डी वाई चंद्रचूड़ का जस्टिस संजीव खन्ना को अपना उत्तराधिकारी बनाने की सिफारिश भारतीय न्यायपालिका के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. यदि यह सिफारिश मंजूर हो जाती है, तो जस्टिस खन्ना भारतीय न्यायपालिका की बागडोर संभालेंगे.
क्या है मेमोरेंडम ऑफ प्रोसीजर?
भारत के सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति के लिए एक तय प्रक्रिया होती है जिसे "मेमोरेंडम ऑफ प्रोसीजर" कहा जाता है. इसके तहत, निवर्तमान CJI से अनुरोध किया जाता है कि वे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश के नाम की सिफारिश करें, जो उनके सेवानिवृत्त होने के बाद इस पद को संभाल सकें. CJI चंद्रचूड़ ने इस प्रक्रिया के तहत जस्टिस संजीव खन्ना का नाम आगे बढ़ाया है.
जानें कौन है जस्टिस संजीव खन्ना
जस्टिस संजीव खन्ना वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम न्यायाधीशों में से एक हैं. उनके पास कानूनी क्षेत्र में विशाल अनुभव और गहरी समझ है, जो उन्हें CJI के पद के लिए उपयुक्त बनाती है. जस्टिस खन्ना ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई की है और वे अपनी निष्पक्षता और कानूनी विद्वता के लिए जाने जाते हैं.
सरकार को अब CJI चंद्रचूड़ द्वारा भेजी गई इस सिफारिश को मंजूरी देनी होगी. यदि सरकार इस सिफारिश को स्वीकार करती है, तो जस्टिस संजीव खन्ना को भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया जाएगा. निवर्तमान CJI चंद्रचूड़ के सेवानिवृत्त होने के बाद, जस्टिस खन्ना इस पद को संभालेंगे और न्यायपालिका की जिम्मेदारी को आगे बढ़ाएंगे.