मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट थाना क्षेत्र के बोरीदीह पंचायत के मुन्नी कल्याण गांव से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां कुछ बच्चे यूट्यूब पर वीडियो देखकर बम बनाने की कोशिश कर रहे थे. अचानक एक बड़ा धमाका हुआ, जिसमें पांच बच्चे झुलस गए. सभी घायल बच्चों को गाइघाट सीएचसी में भर्ती कराया गया है. तीन घायल बच्चे आपस में भाई-बहन हैं. घायलों की पहचान रणबीर राय के 8 वर्षीय पुत्र लव कुमार, 5 वर्षीय कुश कुमार, कमलेश राय के पुत्र जयदीप कुमार, फूलबाबू राय के 6 वर्षीय पुत्र अभियानशु कुमार और गुड्डू कुमार के रूप में हुई है.
घटना के बाद घायल बच्चों के हाथ, पैर और चेहरे बुरी तरह से जल गए हैं. हालांकि, सभी बच्चे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं. इस बीच, सूचना मिलने पर प्रशिक्षु डीएसपी पूजा कुमारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और जांच की. घायल बच्चों ने बताया कि वे पढ़ाई करके लौट रहे थे, तभी बलवीर कुमार उन्हें खेत में ले गया. उसने कहा कि आओ बम बनाते हैं और माचिस की डिब्बी में बारूद भरकर सभी से कहा कि देखो, अब बम फोड़ते हैं. उसने सूखी घास की एक छोटी सी ढेरी को माचिस से जलाया और कहा कि बम नहीं फटा, अब फूंक मारो. जैसे ही सभी बच्चे फूंक मारने लगे, ढेरी में जोरदार धमाका हुआ, जिससे एक बच्चे का चेहरा और दूसरे का हाथ बुरी तरह से जल गया.
यकीन मानिए..ये बच्चे बम बना रहे थे🤦🏻♂️
चेहरे पर बर्नहील क्रीम और हाथ में बिस्किट. मामला बिहार के मुजफ्फरपुर का है. YouTube पर वीडियो देखकर ये बच्चे बम बना रहे थे. जोरदार धमाके के बाद कुछ ऐसी हालत हो गई. #Bihar । #Youtube pic.twitter.com/xuNZ51jWYZ
— NDTV India (@ndtvindia) August 8, 2024
घटना के बाद बलवीर वहां से भाग गया. धमाके की आवाज सुनकर लोग मौके पर पहुंचे और बच्चों को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले गए. पुलिस के मुताबिक, परिवार ने पहले इस घटना को छुपाने की कोशिश की, लेकिन बुधवार को यह मामला सामने आया जब बच्चों के परिवार वालों ने इसका खुलासा किया.
गांववालों के अनुसार, बच्चों ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर माचिस की तीलियों और पटाखों के बारूद को इकट्ठा किया और उसे एक खराब टॉर्च में भर दिया. इसके बाद वे बैटरी से उसे विस्फोट करने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरान धमाका हो गया.
सीनियर सुप्रिटेंडेंट ऑफ पुलिस राकेश कुमार ने बताया कि बच्चों ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर यह कदम उठाया था. उन्होंने माचिस की तीलियों और पटाखों का बारूद इकट्ठा किया था. पांच बच्चों ने टॉर्च में बारूद भरा और उसे नया पटाखा बनाने की कोशिश की. इस दौरान बड़ा धमाका हुआ, लेकिन विस्फोट की तीव्रता कम थी, इसलिए बच्चों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा. बच्चों के हाथ और चेहरे इस धमाके में झुलस गए, लेकिन सभी खतरे से बाहर हैं. घटना मंगलवार शाम 6 बजे की बताई जा रही है, और मामला तब सामने आया जब माता-पिता ने बुधवार को बच्चों को गाइघाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए लाया.