आंध्र प्रदेश में मंत्री के जुलूस के लिए ऑटो रुकने से बच्चे की मौत
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credit : Pixabay)

अमरावती, 16 अप्रैल : आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) की नवनियुक्त महिला एवं बाल कल्याण मंत्री उषा श्रीचरण के जुलूस के लिए कथित तौर पर ऑटो रिक्शा को रोकने पर अस्पताल पहुंचने में देरी के कारण 8 महीने के बच्चे की मौत हो गई. घटना शुक्रवार रात अनंतपुर जिले के कल्याणदुर्गम के पास की है. गणेश और ईश्वरम्मा के अनुसार, वे अपने बीमार बच्चे को ग्रामीण विकास ट्रस्ट (आरडीटी) अस्पताल ले जा रहे थे, जब उनके ऑटो-रिक्शा को पुलिस ने मंत्री के जुलूस के लिए रोक दिया. दंपति ने आरोप लगाया कि बच्चे को अस्पताल ले जाने में आधे घंटे की देरी से उसकी मौत हो गई. इस सप्ताह के शुरू में राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद पहली बार अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करने वाली उषा श्रीचरण के स्वागत के लिए जुलूस निकाला गया था.

पुलिस ने जुलूस के लिए यातायात रोक दिया था और परिणामस्वरूप बच्चे को ले जा रहा ऑटो भी फंस गया. बच्चे के माता-पिता और मृतक के शरीर के साथ एक दलित समूह ने अस्पताल के बाहर धरना दिया और त्रासदी के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जबकि जिला पुलिस ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने यातायात रोका था. यह भी पढ़ें : Telangana: रियल एस्टेट कारोबारी, उसकी मां ने आत्महत्या की; स्थानीय नेताओं पर प्रताड़ित करने का आरोप

मुख्य विपक्षी दल तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) ने इसे मंत्री और पुलिस की 'हत्या' करार दिया. तेदेपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने सवाल किया कि एक बीमार बच्चे को समय पर अस्पताल क्यों नहीं पहुंचने दिया गया. उन्होंने सरकार से पूछा, "शिशु के शोकग्रस्त माता-पिता के लिए आपके पास क्या जवाब है." तेदेपा महासचिव और चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश ने ट्रैफिक को रोकने वाले और बच्चे की मौत का कारण बने पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.