लखनऊ, 21 सितंबर : महिला विधायकों के लिए विशेष रूप से चिह्न्ति विधानसभा सत्र से एक दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार के प्रमुख मिशन शक्ति कार्यक्रम के बारे में महिला विधायकों को एक पत्र लिखा. गुरुवार को होने वाला राज्य विधानसभा सत्र विशेष रूप से महिला सदस्यों के लिए आरक्षित है जो कार्यवाही शुरू करेंगे और इसमें भाग लेंगे जबकि पुरुष एक बार पीछे की सीट लेंगे. कार्यक्रम को एक ऐतिहासिक घटना बताते हुए जहां विधानसभा और विधान परिषद दोनों की महिला सदस्यों को बोलने और उनसे संबंधित मुद्दों को रखने की प्राथमिकता दी जाएगी.
मुख्यमंत्री ने उन्हें मिशन शक्ति कार्यक्रम और सरकार के उद्देश्यों पर सामग्री भेजी, ताकि वे परियोजना के बारे में अधिक विस्तार से जान सकें. अपने पत्र में योगी ने कहा, "मिशन शक्ति के प्रभावी कार्यान्वयन के माध्यम से राज्य और केंद्र सरकारें भारत और विदेशों में उत्तर प्रदेश के बारे में धारणा को बदलने में कामयाब रही हैं. कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के लिए सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और सम्मान सुनिश्चित करना है." यह भी पढ़ें : UP: रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने के नाम पर ठगी करने के आरोप में दो लोग गिरफ्तार
उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े पांच साल में सरकार ने महिलाओं को सम्मान दिलाने के लिए कई पहलुओं पर काम किया है. मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना जैसी विभिन्न योजनाएं सरकारी पदों पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ा रही हैं और उन्हें स्वरोजगार योजनाओं में शामिल करना शुरू किया गया है और यह सुनिश्चित करने के लिए प्राथमिकता से लिया गया है कि महिलाएं आत्मनिर्भर हैं. उन्होंने कहा, "ऐतिहासिक कदम के तहत बड़ी संख्या में महिलाओं को इन कार्यक्रमों से जोड़ा गया है."