रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 के लिए पहले चरण का मतदान सोमवार यानी 12 नवंबर को होने वाला है. मतदान के मद्देनजर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं. मतदान के दौरान किसी तरह की अनहोनी घटना न घटे या फिर नक्सली अपने किसी खतरनाक इरादे को अंजाम न दे सकें, इसके लिए उनके खिलाफ मुहिम तेज कर दी गई है और नक्सल बहुल इलाके अबूजमाड़ में एंटी नक्सल अभियान शुरू कर दिया गया है. इसके लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है, जिसके जरिए नक्सलियों पर पैनी नजर रखी जा रही है.
खबर के मुताबिक, ड्रोन की मदद से नक्सल प्रभावित इलाकों पर नजर रखी जा रही है और अबूझमाड़ को सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित इलाका बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के कौशलनार में नक्सलियों पर नजर रखने के दौरान ड्रोन की मदद से यह पता चला है कि वहां कुछ नक्सली मौजूद थे, जो किसी खतरनाक प्लान को अंजाम देने के लिए इकट्ठा हुए थे.
बताया जाता है कि अबूझमाड़ एक ऐसा आदिवासी बहुल जंगली इलाका है, जिसमें प्रवेश करने की न तो हर किसी को इजाजत होती है और न ही हिम्मत. यहां सिर्फ माओवादियों की ही हुकूमत चलती है और यहां रहने वाले लोगों का भी सरकार और प्रशासन से कोई सरोकार नहीं है. यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018: राहुल गांधी ने नोटबंदी और राफेल मुद्दे पर पीएम मोदी को घेरा, कहा- लोगों का बेवकूफ बनाया गया
दरअसल, इंद्रावती नदी को पार करने के बाद करीब 30 किलोमीटर तक सुरक्षाकर्मियों की कोई पहुंच नहीं है और इस क्षेत्र में माओवादियों का ही राज चलता है. इसलिए इनके मंसूबों को जानने और इनकी हर हरकत पर निगाह रखने के लिए ड्रोन की मदद से सुरक्षा ऑपरेशन तेज कर दिए गए हैं.