नई दिल्ली. कोविड-19 (COVID-19) से संक्रमितों की संख्या देश में बढ़ती जा रही है. कोरोना वायरस को लेकर देश में जो मौजूदा हालात हैं उससे इतना तो तय है कि इससे जल्द राहत नहीं मिलने वाली है. कोरोना (Coronavirus Pandemic) के मद्देनजर देश में लॉकडाउन 4.0 की घोषणा पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कर दी है. देश में पहले लॉकडाउन (Lockdown in India) से ही प्रवासी मजदूरों (Migrant Workers) का मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है. इन मजदूरों को उनके गृह राज्य भेजनें के लिए रेलवे की तरफ से ट्रेनें चलाई जा रही हैं. दूसरी तरफ देश के कई हिस्सों से कुछ ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जो सरकारी इंतजामों की पोल खोल रहे हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार ताजा मामला मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित बड़वानी जिले (Barwani District) से सामने आया है. जहां सैकड़ों की तादाद जमा हुए प्रवासी मजदूरों ने बसों को लेकर जमकर हंगामा किया है. ये सभी मजदुर उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले हैं. इन मजदूरों की सिर्फ यही मांग हैं कि इनके लिए बसों का इंतजाम किया जाए. इन ,मजदूरों ने इस दौरान जमकर नारेबाजी भी की. यह भी पढ़े-यूपी-एमपी में सड़क हादसों ने छीनी 14 प्रवासी मजदूरों की जान, 53 घायल
ANI का वीडियो-
#WATCH Madhya Pradesh: Migrant workers create ruckus near Madhya Pradesh-Maharashtra border in Barwani, demanding arrangement of buses to send them to their native places in Uttar Pradesh & Bihar. Barwani District Collector Amit Tomar says, "We're arranging buses for them". pic.twitter.com/O6e80Dgz6s
— ANI (@ANI) May 14, 2020
ज्ञात हो कि लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदूरों द्वारा हुए हंगामें का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले सैकड़ों प्रवासी मजदूरों ने मंगलुरु में रेलवे स्टेशन के बाहर भी अपने गृह राज्य जाने को लेकर हंगामा किया था. महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात से बड़ी संख्या में प्रवासी मजदुर अपने घर वापस लौट रहे हैं.