कोलकाता के पूर्व कमिश्नर राजीव कुमार पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, CBI ने बनाई स्पेशल टीम- कोर्ट से भी नहीं मिली राहत
कोलकाता पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार (फाइल फोटो )

नई दिल्ली: सीबीआई (केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो) कोलकाता (Kolkata) के पूर्व कमिश्नर राजीव कुमार (Rajeev Kumar) की जल्द गिरफ्तारी कर सकती है. कुमार सारदा पोंजी घोटाले के संबंध में मंगलवार की सुबह सीबीआई के समक्ष हाजिर नहीं हुए. उधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी माने जाने वाले पुलिस अधिकारी राजीव कुमार को कोर्ट ने भी अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया.

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के सीबीआई राजीव कुमार का पता लगाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है. जिससे उन्हें जल्द से जल्द जांच में शामिल किया जा सके. इसलिए माना जा रहा है कि केंद्रीय जांच एजेंसी के सामने आने में विफल रहने के कारण अब कुमार की गिरफ्तारी की संभावना बढ़ गई है. दरअसल सीबीआई ने उन्हें पेशी के लिए दो बार नोटिस जारी किया लेकिन वह एक भी बार जांच में शामिल होने नहीं आए.

गौरतलब है कि सारदा ग्रुप आफ कंपनीज ने लोगों को उनके निवेश पर भारी मुनाफा देने का लालच देकर उनका करीब 2500 करोड़ रूपया हड़प लिया.

उधर, करोड़ों रुपये के सारदा चिट-फंड घोटाले में नोटिस मिलने पर कुमार ने अग्रिम जमानत के लिए बारासात की एक विशेष अदालत का रुख किया. हालांकि कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई से इंकार कर दिया. सांसदों और विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामलों की सुनवाई के प्रभारी विशेष कोर्ट ने कहा कि यह एक निचली अदालत है और उसे अग्रिम जमानत की अर्जी पर सुनवाई करने का अधिकार नहीं है.

गौरतलब है कि 13 सितंबर को, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त को सारदा चिट-फंड घोटाला मामले में गिरफ्तारी से संरक्षण का अपना अंतरिम आदेश वापस ले लिया था. साथ ही सीबीआई के नोटिस को रद्द करने की मांग वाली याचिका को भी खारिज कर दिया था.