पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) देश में जाति आधारित जनगणना की मांग कर रहे हैं. उन्होंने के बार फिर जाति आधारित जनगणना पर जोर दिया. सोमवार को उन्होंने कहा कि हम जातीय जनगणना कराना चाहते हैं और यह हमारी पुरानी मांग है. उन्होंने कहा, हम तो चाहते हैं कि जाति आधारित जनगणना हो जाए. यह हमारी पुरानी मांग है. एक बार इस तरह की जनगणना हो जाएगी तो पता चल जाएगा कि किस जाति के लोगों की देश में क्या स्थिति है. यह सब के हित के लिए हैं. इस बारे में निर्णय केंद्र सरकार को लेना है. Bihar: सड़क पर बोरा बेचते नजर आए सरकारी शिक्षक, नीतीश सरकार पर बरसी RJD- जानें क्या है पूरा मामला.
नीतीश कुमार ने आगे कहा कि इस बारे में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था. उन्होंने बताया, "हमें अभी तक (पत्र का) पीएम से कोई जवाब नहीं मिला है. हम जाति आधारित जनगणना चाहते हैं. जाति-आधारित जनगणना सभी जातियों को उनकी सटीक संख्या प्राप्त करने, तदनुसार नीतियां बनाने में मदद करेगी.
पीएम मोदी को लिखा पत्र
We haven't received any reply (to the letter) from the PM yet. We want caste-based Census & it's our old demand. Caste-based Census will help all castes to get their exact numbers, to create policies accordingly. It's for the benefit of the country: Bihar CM Nitish Kumar pic.twitter.com/HkM0fOuDPh
— ANI (@ANI) August 9, 2021
बता दें कि देश में इस साल 2021 में होने वाली जनगणना को लेकर जातिगत जनगणना की मांग उठ रही है. जातिगत जनगणना के मुद्दे पर बिहार में जेडीयू और आरजेडी दोनों सुर मिला रहे है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना की मांग उठाकर एक नई राजनीतिक बहस छेड़ दी है.
नीतीश कुमार ने कहा है कि देश में जातिगत जनगणना होनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बार फिर केंद्र से आग्रह करेंगे कि जातिगत जनगणना कराई जाए.उन्होंने कहा, इससे एससी/एसटी के अलावा अन्य कमजोर वर्ग की जाति की वास्तविक संख्या के आधार पर सरकार को सभी के विकास के कार्यक्रम बनाने में सहायता मिलेगी.