कानपुर, 6 जनवरी : कानपुर पुलिस ने समाजवादी पार्टी के पांच पूर्व कार्यकर्ताओं और उनके तीन सहयोगियों के खिलाफ 28 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान हंगामा करने की साजिश रचने के आरोप में गैंगस्टर एक्ट लगाया है. पुलिस आयुक्त असीम कुमार अरुण के आदेश पर अब तक की गई जांच और आरोपी के आपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए यह कार्रवाई की गई है.
वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस की जांच के दौरान यह सामने आया कि जिस दिन प्रधानमंत्री ने शहर का दौरा किया था, उस दिन जिस वाहन में तोड़फोड़ की गई थी, वह सपा नेता अंकुर पटेल की थी. साजिश नौबस्ता के आवास विकास कॉलोनी निवासी सपा नेता सचिन केसरवानी ने रची थी. 28 दिसंबर को कानपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के तुरंत बाद उसी दिन शाम को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. वीडियो में सपा कार्यकर्ताओं को एक चौपहिया वाहन के सामने तोड़फोड़ और पुतला फूंकते हुए देखा जा सकता है. यह भी पढ़ें: PM’s Security Breach: सुप्रीम कोर्ट पहुंचा प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला, पंजाब सरकार ने जांच के लिए बनाई उच्च स्तरीय समिति
पुलिस ने अब तक अंकुर पटेल (सपा नेता), सचिन केसरवानी (सपा नेता), सुकांत शर्मा (सपा कार्यकर्ता), अभिषेक रावत (सपा कार्यकर्ता), निकेश कुमार यादव (सपा कार्यकर्ता) और अंश, जितेंद्र सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. इस संबंध में अरुण को जेल भेज दिया गया है. समाजवादी पार्टी ने मामले के पांचों आरोपियों को निष्कासित कर दिया है.