सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर तीन दिन से फंसे 31 रोहिंग्या मुस्लिमों को त्रिपुरा पुलिस को सौंप दिया. इस प्रकार, इस मुद्दे पर बीएसएफ और उसके बांग्लादेशी समकक्ष ‘बीजीबी’ के बीच गतिरोध खत्म हो गया. अधिकारियों ने कहा कि बीएसएफ ने कागजातों पर हस्ताक्षर किये और रोहिंग्या समुदाय के 31 लोगों को सुबह 11 बजे पश्चिम त्रिपुरा जिला पुलिस के अमटोली थाने के अधिकारियों को सौंपा. उन्होंने कहा कि बीएसएफ मुख्यालय द्वारा यहां गृह मंत्रालय से मंजूरी लेने के बाद यह फैसला किया गया.
रोहिंग्या मुस्लिम बीते शुक्रवार से त्रिपुरा में भारत-बांग्लादेश सीमा पर फंसे हुए थे. इस स्थिति को लेकर बीएसएफ और उसके बांग्लादेशी समकक्ष ‘बॉर्डर गाडर्स बांग्लादेश’ (BGP) के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हुआ था और दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर इन लोगों को उनके क्षेत्र में धकेलने का आरोप लगाया था.
अधिकारियों ने इससे पहले कहा था कि बीएसएफ ने पश्चिम त्रिपुरा जिले में अगरतला से करीब 15 किलोमीटर दूर रायरमुरा में उन्हें अस्थायी रूप से ठहरने की ‘‘आरामदायक’’ व्यवस्था की है. इसी स्थान पर उन्हें हिरासत में लिया गया था. हिरासत में लिये गये 31 रोहिंग्या में छह पुरुष, नौ महिला और 16 बच्चे शामिल थे. वे सीमा पर लगी बाड़ के आगे ‘जीरो लाइन’ पर फंसे हुए थे. भारत बांग्लादेश सीमा पर लगी कांटेदार बाड़ भारतीय क्षेत्र के 300 फुट अंदर लगी है.