नई दिल्ली. शराब कारोबारी विजय माल्या (Vijay Mallya) अपने बैंक अकाउंट पर भारतीय बैंकों का कब्जा रोकने के लिए अपनी बदहाल जिंदगी की दास्तां सुना रहा है. जो कभी रईसों और ऐशो-आराम की जिंदगी जिया करता था वह अब दिवालिया हो चुका है और उसे जीवनयापन के लिए अपनी पत्नी/पार्टनर, निजी सहायक, परिचित कारोबारियों और अपने बच्चों पर निर्भर होना पड़ रहा है. यह बातें बुधवार को उसने ब्रिटेन की अदालत में कहीं. ज्ञात हो कि यह वही विजय माल्या (Vijay Mallya) है जिसने 26 मार्च को ट्वीट कर कहा था, मुझसे पैसे ले लो, लेकिन जेट को बचा लो.
लंदन उच्च न्यायालय को माल्या (Vijay Mallya) ने बताया कि उसकी पार्टनर/पत्नी पिंकी ललवानी (Pinky Lalwani) सालाना 1.35 करोड़ रुपये कमाती है और पूर्व अरबपति के पास निजी संपत्ति के तौर पर केवल 2,956 करोड़ रुपये बचे हैं जिसका उसने सेटलमेंट के लिए कर्नाटक उच्च न्यायालय को ऑफर दिया हुआ है. यह भी पढ़े-ब्रिटिश कोर्ट में भगौड़े नीरव मोदी और विजय माल्या पर आज सुनवाई, आ सकता है बड़ा फैसला
गौरतलब है कि 11 सितंबर, 2018 को 13 भारतीय बैंकों द्वारा माल्या (Vijay Mallya) के खिलाफ दिवालिया याचिका दायर की थी जिसकी सुनवाई दिसंबर 2019 में होनी है. माल्या का कहना है कि उसके बच्चे और ललवानी (Pinky Lalwani) उसका भरण-पोषण कर रहे हैं. बैंकों ने माल्या (Vijay Mallya) से मिली इस जानकारी के बारे में अदालत को बताया.
जानकारी के अनुसार कारोबारी ने अपनी निजी सहायक मिस महल और परिचित कारोबारी मिस्टर बेदी से 75.7 लाख और 1.15 करोड़ रुपये उधार लिए हुए हैं. उसने यह राशि कर्ज चुकाने और जीवनयापन के लिए उधार ली है. निजेल तोजी उन 13 बैंकों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जिनसे माल्या ने 11,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है. यह भी पढ़े-विजय माल्या ने बैंकों पर दोहरा मापदंड अपनाने का लगाया आरोप, सरकार पर भी साधा निशाना
विजय माल्या (Vijay Mallya) के वकील जॉन ब्रिस्बी क्यूसी ने बुधवार को अदालत को बताया कि माल्या अपना साप्ताहिक खर्च घटाने को तैयार है. वह 16.21 लाख रुपये सप्ताह में खर्च करने की बजाए अब महीने में 26.57 लाख रुपये में अपना गुजारा करने को तैयार है क्योंकि अब उसे हायर पर्चेज अग्रीमेंट के तहत 14.40 लाख रुपये का मासिक भुगतान नहीं करना है.
बता दें कि कोर्ट ने विजय माल्या (Vijay Mallyaको हर हफ्ते केवल 16.51 लाख रुपये खर्च करने की अनुमति दे रखी है. अदालत को बताया गया है कि माल्या ने दक्षिण अफ्रीकन बैंक का 30.6 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया है. यह भी भारतीय बैंकों द्वारा दायर दिवालिया याचिका में शामिल है.