पटना, 30 दिसंबर : बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70 वीं प्रारंभिक परीक्षा की पुनर्परीक्षा की मांग को लेकर रविवार को मार्च पर निकलने और पुलिस लाठीचार्ज के दौरान गायब हो जाने का आरोप झेल रहे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सोमवार को सफाई देते हुए कहा कि वे कल भी छात्रों के साथ थे, आज भी हैं और कल भी रहेंगे.
उन्होंने सोमवार को पटना में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि अभी पांच छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य सचिव से मिलने जा रहा है. उनकी मुख्य मांग है कि 70 वीं प्रारंभिक परीक्षा फिर से ली जाए और अभ्यर्थी सोनू जिसकी मौत हो गई है, उनके परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए. इसके अलावा अभ्यर्थियों पर दर्ज मुकदमा वापस लिया जाए तथा जिन अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज का आदेश दिया है, उन पर कार्रवाई की जाए. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा ,"यदि मांग पूरी नहीं हुई तो मैं दो जनवरी से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठूंगा. प्रशांत किशोर ने कहा कि मेरी छात्रों से कोई नाराजगी नहीं है. " यह भी पढ़ें : Ice-Cream Biryani Video: महिला ने बनाया आइसक्रीम बिरियानी, वीडियो देख भड़के नेटीजेंस ने कहा- ‘फतवा निकालो कोई इनके नाम का’
उन्होंने रविवार की घटना पर कहा, " मैं कहना चाहता हूं कि प्रशांत किशोर नहीं हटे, बल्कि प्रशांत किशोर के हटने के बाद लाठीचार्ज हुआ. लेकिन ये गलत है, और जिन लोगों ने भी छात्रों पर लाठीचार्ज किया है, उन्होंने गलत किया है." प्रेस वार्ता में शामिल छात्रों का परिचय देते हुए उन्होंने कहा कि यहां उपस्थित छात्र धरना प्रदर्शन के कोर ग्रुप के सदस्य हैं और धरना प्रदर्शन में शुरू से शामिल हैं.
उल्लेखनीय है कि रविवार को जब अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, तब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की. इसी दौरान झड़प हुई और स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई. पुलिस ने लाठीचार्ज और ठंड में पानी की बौछार का इस्तेमाल किया. अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा रद्द कर पुनर्परीक्षा की मांग कर रहे हैं.