मुंबई: महाराष्ट्र में अन्य जिलों की अपेक्षा देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में तेजी के साथ कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. बढ़ते कोविड-19 के मामलों को लेकर राज्य सरकार के साथ ही बृहन्मुंबई महानगरपालिका की चिंता बढ़ा दी है. क्योंकि मुंबई के सरकारी अस्पताल के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों के बेड कम पड़ने लगे हैं. ऐसे में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का इलाज हो सके महाराष्ट्र सरकार राज्य के बंद पड़े अस्पतालों को शूरू कर रही है. वही बीएमसी बंद पड़े अस्पतालों के साथ ही कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए अस्थाई अस्पताल बना रही है.
मुंबई में कोरोना मरीजों के इलाकों को लेकर ही बीएमसी मुंबई के भायखला इलाके में स्थित रिचर्डसन एंड क्रूडस Richardson & Crudda) (इंजीनियरिंग कंपनी) परिसर में 1000 बेड़ों वाला एक विशेष कोरोना मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल स्थापित किया है. इनमें से 300 बेड आईसीयू वाले हैं. जिस अस्पताल को इस महीने के अंत तक चालू कर दिया जायेगा. यह भी पढ़े: मुंबई में कोरोना का कहर जारी: धारावी में कोविड-19 से संक्रमित 66 नए मामले आए सामने, इलाके में कुल संख्या 1028 पहुंची
Brihanmumbai Municipal Corporation has set up a special #COVID19 hospital with 1000 beds in Richardson&Cruddas (engineering company) premises in Byculla, Mumbai. Out of 1000 beds,300 are ICU beds with oxygen supply&other facilities. It will be operational by the end of June: BMC pic.twitter.com/hi2FHo16Hs
— ANI (@ANI) June 20, 2020
बता दें कि इसके पहले बीएमसी कोरोना के इलाके के लिए मुंबई के वर्ली इलाके में भी कोरोना मरीजों के लिए अस्थाई अस्पताल बना चुकी हैं. वहीं मुंबई के बीकेसी के एमएमआरडीए ग्राउंड में एक हजार बेड़ों का अस्थाई अस्पताल बना चुकी है. ज्ञात हो कि मुंबई में शुक्रवार शाम तक कोविड-19 से 64,068 मरीजों की संख्या दर्ज की जा चुकी थी.