नई दिल्ली: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री पद की कमान संभालते ही कमलनाथ (Kamalnath) विवादों में घिर गए हैं और उनके बयान की चौतरफा निंदा हो रही है. दरअसल, कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में बेरोजगारी (Unemployment) के लिए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और बिहार (Bihar) के लोगों को जिम्मेदार ठहराया और उनके इस विवादित बयान के बाद बीजेपी, सपा व आरजेडी ने उनके बयान की निंदा की है. इसी कड़ी में बीजेपी के पूर्वांचल मोर्चा (BJP's Purvanchal Morcha) ने दिल्ली स्थित मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ के आवास का घेराव किया और उनके बयान के विरोध में प्रदर्शन किया.
दिल्ली में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे बीजेपी पूर्वांचल मोर्चा के लोग उनके उस बयान का जमकर विरोध जता रहे हैं, जिसमें उन्होंने सोमवार को कहा था कि मध्य प्रदेश के जो उद्योग सरकार से सुविधाएं प्राप्त करते हैं, उन्हें 70 प्रतिशत स्थानीय नौजवानों को नौकरियां देनी होंगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग यहां नौकरियां पा लेते हैं और स्थानीय नौजवान नौकरियों से वंचित रह जाते हैं.
BJP's Purvanchal Morcha protested outside residence of MP CM Kamal Nath in Delhi, earlier today over his statement "Our schemes of providing incentives of investment will only be imposed after 70% ppl from MP get jobs.Ppl from states like Bihar,UP come here&locals don't get jobs" pic.twitter.com/OLR8a5HnIk
— ANI (@ANI) December 18, 2018
उधर, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)कहा कि मध्य प्रदेश से पहले महाराष्ट्र में भी नौकरी और रोजगार करने वाले दूसरे प्रांत के लोगों को भगाया जा रहा था. दिल्ली से भी इसी तरह की आवाज आ रही थी, जो कि यह गलत है.
Akhilesh Yadav on MP CM Kamal Nath's statement: It's wrong, often you get to hear the same from Maharashtra. Why have North Indians come here? Why have they taken up jobs here? Same from Delhi & now from MP as well. What if North Indians decide who'll form govt at centre? pic.twitter.com/aoHloobeK7
— ANI UP (@ANINewsUP) December 18, 2018
वहीं, कमलनाथ के इस विवादित बयान के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने ट्वीट करके कहा है कि इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने ट्वीट किया है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. यह कांग्रेस के विभाजन और विघटनकारी मंसूबों को प्रदर्शित करता है.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है एवं कांग्रेस की विभाजन और विघटनकारी मंसूबों को प्रदर्शित करता है। श्री राहुल गांधी जी को इसके लिए देश से माफ़ी मांगनी चाहिए।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 18, 2018
कमलनाथ के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया. वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी कमलनाथ और राहुल गांधी से माफी की मांग की. गिरिराज सिंह ने कहा कि कमलनाथ, एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे की भाषा में बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग जहां भी जाते हैं, अपना योगदान देते हैं. यह भी पढ़ें: कमलनाथ ने यूपी और बिहार में बढ़ा दी कांग्रेस की मुसीबत, अपनों ने ही किया विरोध
वहीं विदेश राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि यह स्वीकार्य नहीं है, जबकि रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. बीजेपी नेताओं ने यह भी कहा कि कमलनाथ उत्तर प्रदेश से हैं और पश्चिम बंगाल में व्यापार करने के बाद मध्य प्रदेश में जाकर बस गए.
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता मनोज झा ने कहा कि कमलनाथ का बयान 'आइडिया आफ इंडिया' के खिलाफ है. मैं कांग्रेस नेताओं से ऐसी बातों से दूर रहने का आग्रह करूंगा. हालांकि इस बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अनभिज्ञता जाहिर की और कहा कि वह मामले के संबंध में चर्चा करेंगे और फिर मीडिया को बताएंगे.