BJP सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का बयान, कहा- चुनाव से पहले मंदिर का निर्माण हुआ तो पार्टी यूपी में 80 में से 75 सीटें जीत पाएगी, नहीं तो बढ़ सकती है मुश्किलें
BJP सांसद सुब्रमण्यम (Photo Credtis ANI)

नई दिल्ली: राम मंदिर निर्माण के लिए विरोधी पार्टियां मोदी सरकार (Modi Government) पर लगातार दबाव बना रही हैं. इस बीच उनके पार्टी के नेता और आरएसएस के लोग भी लगातार मंदिर निर्माण के लिए कानून लाकर निर्माण की मांग कर रहें है. मंदिर निर्माण को लेकर बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी (BJP MP Subramanian Swami) का एक बयान आया है. उन्होंने अपने बयान में कहा है कि यदि लोकसभा चुनाव से पहले मंदिर का निर्माण होता है तो बीजेपी को उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से 75 सीटों पर जीत मिलेगी. यदि ऐसा नहीं होता है तो बीजेपी के लिए उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव जीतने में काफी मुश्किल हो सकता है. बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी इसके पहले भी अपनी सरकार से राम मंदिर निर्माण की मांग कर चुकें है.

वहीं आगे सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि राम मंदिर बन जाएगा तो अखिलेश और मायावती के गठबंधन को पांच से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी, यदि मंदिर नहीं बना तो हमारे कार्यकर्ता का उत्साह पहले से घट जाएगा फिर लोग हमें गाली देंगे. ऐसे में मंदिर निर्माण का काम शुरू किए बिना चुनाव के समय उनके बीच जाना हमारे लिए आत्महत्या के बराबर है. यह भी पढ़े: राम मंदिर को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी का बड़ा बयान, कहा-सुप्रीम कोर्ट से न निकले हल तो संसद से करें प्रयास

मै मंदिर निर्माण को लेकर पीएम मोदी से कहना चाहता हूं कि जमीन किसकी है इस पर तो सुप्रीम कोर्ट में तो सुनवाई चल रही है. संविधान के मुताबिक सरकार सर्वोपरि है. उदाहरण के अनुसार सरकार अगर किसी की जमीन लेती है तो उसे मुआवजा देना होता है. मैं कहता हूं कि सरकार को मुआवजा देने का फैसला लेना चाहिए. सरकार द्वारा कोर्ट को बताना चाहिए कि आप 10 साल, 20 साल में फैसला करें हमे कोई ऐतराज नहीं है लेकिन जमीन सरकार की है. जब सुप्रीम कोर्ट तय करेगी कि जमीन का मालिक कौन है तो सरकार उसको मुआवजा दे दे. यह भी पढ़े: राम मंदिर को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी का बड़ा बयान, कहा-सुप्रीम कोर्ट से न निकले हल तो संसद से करें प्रयास

बता दें कि विरोधी पार्टियां या फिर ये नेता भले ही राम मंदिर निर्माण की मांग कर रहे है. लेकिन मंदिर निर्माण का मामला कोर्ट में है. कोर्ट द्वारा जब तक फैसला नहीं आ जाता है तब तक सरकार को मंदिर का निर्माण कार्य शुरू कर पाना मुश्किल है. मंदिर निर्माण को लेकर पीएम मोदी भी साफ़ कर चुकें है कि पहले अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करेंगे फिर  फैसला आने के बाद कोई कदम उठाया जाएगा.