राजस्थान में फैला बर्ड फ्लू: फलोदी में मृत पक्षी में मिले वायरस, संकट में अन्य पक्षियों की प्रजातियां

राजस्थान के फलोदी जिले में बर्ड फ्लू फैल चुका है. जिले के खीचन गांव में मृत पाई गई कुरजां में बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि हुई है. विसरा के सैंपल 19 दिसंबर को मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित हाई सिक्योरिटी एनीमल डिजीज लैब में भेजे गए थे.

bird flu( img: pixabay)

जयपुर, 22 दिसंबर : राजस्थान के फलोदी जिले में बर्ड फ्लू फैल चुका है. जिले के खीचन गांव में मृत पाई गई कुरजां में बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि हुई है. विसरा के सैंपल 19 दिसंबर को मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित हाई सिक्योरिटी एनीमल डिजीज लैब में भेजे गए थे. 21 दिसंबर को जांच रिपोर्ट में वायरस की पुष्टि हुई है. वायरस की पुष्टि ने स्थानीय प्रशासन और वन विभाग के भीतर चिंता पैदा कर दी है, क्योंकि यह वायरस अन्य पक्षी प्रजातियों के लिए भी खतरा पैदा कर सकता है. अब तक खीचन क्षेत्र में संक्रमण के कारण सात सारसों की मौत हो चुकी है.

कलेक्टर एचएल अटल ने सभी संबंधित विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. पशुपालन, वन, पुलिस, उद्योग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधियों के साथ एक संयुक्त बैठक बुलाई गई, जिसमें अधिकारियों से निवारक उपाय लागू करने, जनता की सुरक्षा करने और बीमारी के प्रसार की निगरानी के लिए सर्वेक्षण करने का आग्रह किया गया. यह भी पढ़ें : BPSC 70th Exam Update: बीपीएससी परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर आंदोलनरत अभ्यर्थियों से मिले तेजस्वी यादव, दिया समर्थन

पशुपालन विभाग ने त्वरित प्रतिक्रिया टीम (रैपिड रिस्पांस टीम) का गठन किया है और वन विभाग ने निगरानी एवं सर्वेक्षण दल तैनात किए हैं. उन क्षेत्रों में सतर्क निगरानी की जा रही है, जहां सारस आराम करते हैं और घूमते हैं. स्थानीय अधिकारियों ने भी लोगों से अपील की है कि वे सारसों के प्रवास वाले क्षेत्रों में जाने से बचें. कलेक्टर के आदेश के अनुसार कुरजां पक्षियों के विश्राम स्थलों पर वनकर्मियों की टीम तैनात कर दी गई है.

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