पटना: कोरोना वायरस के चलते देश में 25 मार्च से लॉकडाउन है. इस बीच लोग अपने घरों में ही कैद है. ताकि कोविड-19 से बचा जा सके. वहीं कोरोना संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार की रात 8 बजे देश की जनता को संबोधित करते हुए 20 लाख करोड़ रुपए का विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की. उनके इस घोषणा के बाद जहां भारतीय जनता पार्टी के नेता पीएम मोदी का तारीफ कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस समेत दूसरी अन्य पार्टियां के नेता मोदी के राहत पैकेज पर सवाल उठा रहे हैं. इसी कड़ी में बिहार के आरजेडी के नेता तेज प्रताप यादव (Tejpratap Yadav) ने पीएम मोदी के इस राहत पैकेज पर सवाल उठाया है.
आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने पीएम मोदी द्वारा घोषित इस आर्थिक पैकेज को लेकर उन्होंने एक ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि पहले पुराना हिसाब तो क्लियर कर देते मालिक.. इसके साथ ही उन्होंने बिहार में 2015 में हुए विधानसभा चुनाव् के दौरान बिहार की जनता से किए गए वादों को लेकर एक घोषणा के पोस्टर को शेयर किया है. जिसमें लिखा गया है कि चल पड़ा है परिवर्तन की ओर बिहार... बिहार पैकेज 2015 (कुल 1,25,003 करोड़ रुपये) : शिक्षा के लिए 1,000 करोड़ रुपयेयह भी पढ़े: कोरोना संकट: पीएम मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक विशेष पैकेज की घोषणा की, आत्मनिर्भरता और स्थानीय उत्पादन पर दिया जोर
आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव का ट्वीट:
पहले पुराना हिसाब तो क्लियर कर देते मालिक। https://t.co/dBnAVqWwcO
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) May 12, 2020
तेज प्रताप यवाद से पहले पीएम मोदी के इस आर्थिक पैकेज पर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी सवाल उठा चुके हैं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि पीएम मोदी के भाषण को एक लाइन में समेटा जाए तो ये- हेडलाइन हंटिंग है. एक संख्या है 20 लाख करोड़, कोई ब्योरा नहीं है. वहीं कांग्रेस पार्टी के ही प्रवक्ता रणदीप सुरजेवालाट्वीट कर लिखा, "माननीय मोदी जी, आपने संबोधन से मीडिया को खबर बनाने को 'हेडलाइन' तो दे दी पर देश को 'मदद की हेल्पलाइन' का इंतजार है. वादे से हकीकत तक का सफर पूरा होने का इंतजार रहेगा. इन नेताओं के साथ ही छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश ने पीएम मोदी के इस राहत पैकेज पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस आर्थिक पैकेज की घोषणा पहले ही हो जानी चाहिए थे. लेकिन सरकार की तरफ से यह घोषणा देरी से हुई.