Bihar Politics: बिना 'परीक्षा' दिए सरकार बदलने वाले नीतीश, शिक्षक नियुक्ति के लिए परीक्षा की बात कर रहे- सम्राट चौधरी
Samrat Chaudhary (Photo Credit: Twitter)

पटना, 17 अप्रैल: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने सोमवार को राज्य में नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो बिना परीक्षा दिए सरकार बदल लेते हैं, वह शिक्षक नियुक्ति के लिए फिर से परीक्षा की बात कर रहे हैं, जबकि शिक्षक नियुक्ति के लिए ये अभ्यर्थी तीन परीक्षा पास कर चुके हैं. यह भी पढ़ें: Atiq-Ashraf Murder: अतीक और अशरफ की हत्या पर भड़के सीएम नीतीश कुमार, कहा- कोई जेल जाएगा तो क्या उसे मार दोगे? (Watch Video)

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित 'सहयोग कार्यक्रम' में भाग लेने के बाद सम्राट चौधरी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में शराबबंदी कानून को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाने की बात की थी, लेकिन कोई बैठक नहीं बुलाई. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अब केवल अपना चेहरा चमकाने में लगे हैं.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अब कानून में भी पलटी मारने लगे हैं. उन्होंने कहा कि पूर्वी चंपारण में जहरीली शराब से 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, लेकिन अब तक मात्र छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई की खानापूर्ति की गई. उन्होने इन मौतों के लिए नीतीश कुमार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए.

भाजपा नेता ने कहा कि बिहार में 2006 के बाद जहरीली शराब से हजारों लोगों की मौत हो गई. सरकार तो केवल आंकड़ा छिपाने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि रविवार को विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा पीड़ित परिजनों से मिलने मोतिहारी गए थे और मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद राधामोहन सिंह के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ता मोतिहारी में धरना पर भी बैठने वाले हैं.

बिहार में शिक्षक नियुक्ति की नई नियमावली को लेकर सरकार को आडे हाथों लेते हुए चौधरी ने कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग को 2 लाख शिक्षक नियुक्ति में 10 वर्ष लग जाएंगे. पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अतीक हत्याकांड में न्यायिक आयोग का गठन किया है और आयोग की रिपोर्ट आते ही दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जाति आधारित जनगणना को लेकर पूछे गए एक्र प्रश्न के उत्तर में विधान पार्षद चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने इस प्रस्ताव को लेकर आए और हमलोगों ने भी इसका समर्थन किया.

उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि नीतीश कुमार तो पहले जाति तोड़ो, बिहार को आगे बढ़ाने की बात करते थे, अब तो उन्हें जाति बताने में अच्छा लग रहा होगा. चौधरी ने महागठबंधन के जुडे एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि महागठबंधन में कोई नीति, कोई सिद्धांत ही नहीं है. उन्होंने कहा कि वहां कोई भ्रष्टाचारी है तो कोई पलटीमार है. घटक दल के नेता अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते रहते हैं.