Bihar Missing Children Case: बिहार पुलिस के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है बच्चो के लापता होने का मामला
बिहार में बच्चों के लापता होने का मामला अब सिरदर्द साबित हो रहा है. आंकड़ों पर गौर करें तो इस साल जनवरी से अगस्त महीने के बीच 5958 बच्चे गायब हुए हैं, इनमें 5117 लड़कियां जबकि 841 लड़के हैं.
पटना, 4 नवंबर : बिहार में बच्चों के लापता होने का मामला अब सिरदर्द साबित हो रहा है. आंकड़ों पर गौर करें तो इस साल जनवरी से अगस्त महीने के बीच 5958 बच्चे गायब हुए हैं, इनमें 5117 लड़कियां जबकि 841 लड़के हैं.
बताया जाता है कि इनमे से पुलिस ने 383 लड़कों और 2416 लड़कियों को बरामद किया है. राज्य से गायब या किडनैप हुए 3145 बच्चे अब भी लापता हैं. पुलिस मुख्यालय का दावा है कि पुलिस लापता बच्चों के तलाश में हरसंभव कोशिश कर रही है. यह भी पढ़ें : Delhi Air Pollution: वायु प्रदूषण में वृद्धि के लिए कम तापमान और शांत हवा जिम्मेदार- आईएमडी
पुलिस का दावा है कि पुलिस लापता बच्चों का न केवल अन्य राज्यों में भी तलाश करती है, बल्कि इसको लेकर विश्लेषण भी करती है. बताया जाता है कि राज्य के सभी जिलों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में चाइल्डलाइन एडवाइजरी बोर्ड गठित की गई है. प्रत्येक थाना प्रभारी को संबंधित थाना का पदेन किशोर कल्याण पदाधिकारी नामित किया गया है. बिहार पुलिस के अपराध अनुसंधान विभाग के कमजोर वर्ग के द्वारा राज्य से जुड़े मामलों की मानीटरिंग की जाती है.