पटना, 24 अप्रैल : बिहार (Bihar) की राजधानी पटना स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Nalanda Medical College Hospital) के जूनियर डॉक्टर जिला प्रशासन द्वारा अस्पताल में सुरक्षा का आवश्यक इंतजाम किए जाने के आश्वासन के बाद शुक्रवार की देर रात काम पर लौट आए. मरीजों के परिजनों द्वारा गुरुवार की रात और शुक्रवार की सुबह कथित तौर पर मारपीट किए जाने के बाद सुरक्षा की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर ने काम करना बंद कर दिया था.
जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने के बाद पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा एनएमसीएच पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. इसके बाद दोनों अधिाकरियों ने जूनियर डॉक्टरों से बातचीत की सुरक्षा का आश्वासन दिया. जिलाधिकारी ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा और एनएमसीएच प्रशासन की उपस्थिति में वहां जूनियर डॉक्टरों से हुई बातचीत के बाद वे काम पर लौट आए हैं. यह भी पढ़ें : Covid-19 Warriors: वेंकैया नायडू ने स्थानीय स्तर पर काम कर रहे कोविड-19 योद्धाओं की प्रशंसा की
एनएमसीएच जूनियर डाक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र कुमार ने शनिवार को बताया कि डॉक्टर सुरक्षा व्यवस्था के अभाव में काम नहीं करने को विवश हुए थे. उन्होंने कहा सुरक्षा की मांग को लेकर उनलोगों ने काम बंद कर दिया था. उन्होंने कहा कि देर रात सुरक्षा मुहैया करा दी गई है और सभी चिकित्सक अब काम पर लौट आए हैं. उल्लेखनीय है कि एनएमसीएच कोविड डेडिकेटेड अस्पताल है.