छपरा, 17 दिसम्बर : बिहार के सारण जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीकर मरने वालों की संख्या 70 से ज्यादा हो चुकी है. इस बीच, शनिवार को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान मृतक के परिजनों से मिलने उनके गांव पहुंचे. चिराग ने इसे पीने से मौत नहीं बल्कि हत्या बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि सारण में 150 से अधिक मौतें हुई हैं और यह सिलसिला जारी है. उन्होंने प्रशासन पर मृतक परिजनों पर दबाव बनाने और आंकड़ा छिपाने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि 'जो पीएगा, वो मरेगा' तो क्या जो पिलाएगा वह ऐश करेगा. उन्होंने कहा कि आज जो भी शराबबंदी कानून के तहत जेल में बन्द हैं वह गरीब हैं, जबकि एक भी तस्कर को आज तक गिरफ्तार नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून के 6 साल हो गए लेकिन अब तक यह सही ढंग से लागू नहीं कराया गया. बिहार में यह पूरी तरह से फेल है. उन्होंने कहा कि बिहार में शराब की होम डिलीवरी हो रही है और यह बात सभी जानते हैं. यह भी पढ़ें : Delhi: दो साल के बच्चे को छत से फेंकने के बाद शख्स ने लगाई छलांग
छपरा में जहरीली शराब के सेवन से हुई मौत पर लोजपा (रामविलास) प्रमुख ने कहा कि यह मौत नहीं है, हत्या है. किसी को जहर देकर मारने को हत्या कहते हैं. इसके बाद भी हुई मौतों पर सीएम इसकी समीक्षा करने को तैयार नहीं हैं और न ही इसे सुनने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को अहंकारी बताते हुए कहा कि वे कहते है कि मृतक के परिजनों से हमदर्दी नहीं, कोई मुआवजा नहीं मिलेगा. मुआवजा नहीं देना उनके अहंकार को दिखाता है.
जमुई के सांसद ने कहा कि सीएम कहते हैं कि महिलाओं के लिए यह कानून लाए हैं ताकि घरेलू हिंसा में कमी आए. आज महिलाएं और छोटे बच्चे ही रो रहे हैं. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि मृतक के परिजनों का क्या दोष है. वे बिहार के लोग नहीं है क्या. मृतक के परिजन बिहारी हैं और मेरी सहानुभूति इनके साथ है उन्होंने कहा कि इन मौतों के पीछे सीएम नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं. उनके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए.