
Maharashtra Anganwadi Recruitment 2025: महिला एवं बाल विकास विभाग ने आंगनवाड़ी में सबसे बड़ी भर्ती की घोषणा की है.आंगनवाड़ी में 18,882 रिक्त पदों पर भर्ती होने जा रही है. महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने इसकी जानकारी दी है.
आंगनवाड़ी में आंगनवाड़ी सेविका और हेल्पर के पदों पर भर्ती निकाली है, आंगनवाड़ी सेविका के 5639 पद खाली हैं, तो आंगनवाड़ी हेल्पर के पद के लिए 12342 रिक्तियां हैं. इस योजना की पात्रता क्या है? कौन आवेदन कर सकता है, जानें सभी डिटेल्स.ये भी पढ़े:Maharashtra Govt Jobs: महाराष्ट्र के युवाओं के लिए बड़ी खुशखबर! सीएम बनते ही फड़नवीस ने की 1.5 लाख नौकरियों की घोषणा
नियम
महिला एवं बाल विकास विभाग में इस नौकरी के लिए निर्धारित पैटर्न दिया गया है. आवेदन और इस फॉर्म में सभी जानकारी और दस्तावेज भरें.नौकरी के लिए आवेदन करने वाली महिला उम्मीदवारों को कम से कम 2वीं पास होना चाहिए.जिन उम्मीदवारों के पास डिग्री है, उन्हें अपनी शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण देना आवश्यक है. आंगनवाड़ी में इस भर्ती के लिए 18 से 35 वर्ष की आयु के उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं. जबकि विधवा उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष है.महिला संबंधित राजस्व ग्राम, वाडा, बस्ती की स्थानीय निवासी होनी चाहिए.
सभी डॉक्यूमेंट सही तरीके से लगाएं
आंगनवाड़ी हेल्पर के पद पर आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के अधिकतम 2 बच्चे होने चाहिए.महिला आवेदक को छोटे परिवार का प्रमाण पत्र संलग्न करना होगा.आंगनवाड़ी के पद के लिए चयनित होने पर उम्मीदवार को पंचायत राज संगठन के सदस्य के रूप में इस्तीफा देना होगा.आंगनबाडी सेविकाओं का आवेदन कार्यालय समय में स्वीकार किया जाएगा. इसके साथ आवश्यक दस्तावेज संलग्न करने होंगे. अंतिम चयन से पहले मानदंड में किए गए बदलावों पर आवेदन के साथ प्रदान किए गए दस्तावेजों पर विचार किया जाएगा. शैक्षणिक और अन्य योग्यताओं के स्कोरिंग पर विचार किया जाएगा.
एक ही पद के लिए महिला उम्मीदवार कर सकती है आवेदन
महिलाएं केवल एक ही पद के लिए आवेदन कर सकती हैं यदि आवेदन में गलत जानकारी है तो आवेदन कैंसिल किए जाएंगे. विधवा और अनाथ उम्मीदवार के पास संबंधित प्राधिकारी से प्रमाण पत्र होना आवश्यक है.चूंकि आंगनवाड़ी हेल्पर और सहायिका का पद पूर्णतया मानदेय है, इसलिए महिलाओं को सरकार के सभी लाभ मिलेंगे, आंगनवाड़ी अनुभव के लिए बाल विकास परियोजना अधिकारी का प्रमाण पत्र माना जाएगा.