यूरोपीय बैंक क्रेडिट सुइस (Credit Suisse) को संकट से उबारने के लिए UBS सामने आया है. UBS ने वैश्विक बैंकिंग सेक्टर में मुश्किलों को रोकने के प्रयास के लिए Credit Suisse के अधिग्रहण के लिए एक समझौता किया है. USB ने ये फैसला ऐसे वक्त में लिया है, जब क्रेडिट सुइस में बैंक बड़े संकट से गुजर रहा है. इस पूरे घटनाक्रम का असर व्यापक तौर पर भारतीय नौकरीपेशा लोगों पर पड़ सकता है क्यों कि UBS और Credit Suisse के भारत स्थित टेक बैक ऑफिस लगभग 14,000 लोगों को रोजगार देते हैं.

स्विस बैंकिंग में मेगा बेलआउट का इन पर प्रभाव पड़ सकता है. माना जा रहा है कि UBS की ओर से Credit Suisse के अधिग्रहण के बाद वह अपनी भूमिकाओं को तर्कसंगत बनाने और लागत पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करेगा. ऐसे में दुनियाभर के इनके दफ्तरों में छंटनी की जा सकती है. UBS के अधिकारियों ने कहा कि उनकी योजना क्रेडिट सुइस को हिस्सों में बेचने की या बैंक का आकार घटाने की है.

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