ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश पुलिस (Arunachal Pradesh Police) ने सोमवार को कहा कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा कथित रूप से अगवा किए गए पांचों युवक अभी भी लापता हैं और उनके ठिकाने का अभी तक पता नहीं चला है. वे अभी भी लापता हैं. अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने कहा कि पुलिस द्वारा जांच अभी भी जारी है. चीन-भारत सीमा पर ऊपरी सुबनसिरी जिले के नाचो क्षेत्र से पांच युवकों का अपहरण कर लिया गया था.
नाचो मैकमोहन रेखा (McMahon line) के साथ अंतिम प्रशासनिक सर्कल है और जिला मुख्यालय दापोरजियो (Daporijo) से लगभग 120 किमी दूर है. खबरों के मुताबिक, जंगल में शिकार के लिए गए युवकों को पीएलए ने कथित तौर पर अगवा कर लिया था. इससे पहले मार्च में, मैकमोहन लाइन के पास आसपिला सेक्टर से पीएलए द्वारा एक 21 वर्षीय व्यक्ति का अपहरण कर लिया गया था. यह भी पढ़ें | भारतीय सेना ने दिखाई दरियादिली, विवाद के बीच LAC से भटके 17 पशु चीन को लौटाए.
भारतीय सेना ने अपने चीनी समकक्षों को उन पांच नागरिकों के बारे में बताया था, जो शनिवार को भारत-चीन सीमा पर ऊपरी सुबनसिरी जिले में सेना में गाइड और पोर्टर्स के काम कर रहे थे. कथित तौर पर अपहृत किए गए लोगों की पहचान टोच सिंगकम, प्रसाद रिंगलिंग, डोंग्टू इबिया, तनु बेकर और नारगु डिरी के रूप में की गई है.
ANI अपडेट:
They are still missing. An investigation by Police is still going on: Arunachal Pradesh Police on the case of 5 boys missing in the state
— ANI (@ANI) September 7, 2020
अरुणाचल प्रदेश के पांच युवकों के लापता होने पर चीन ने कहा है कि उसे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि उन्हें इसके बारे में जानकारी नहीं है. इतना ही नहीं चीन ने अरुणाचल प्रदेश के अस्तित्व को ही मानने से इनकार कर दिया और इसे साउथ तिब्बत का हिस्सा बताया.
ग्लोबल टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में इस मामले को लेकर दिए गए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान का जिक्र किया है. जिसमें चीनी प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय सेना की तरफ से अरुणाचल क्षेत्र में 5 भारतीय लोगों के लापता होने का मैसेज भेजे जाने को लेकर हमें कोई जानकारी नहीं है.