अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) को भारत का अभिन्न अंग घोषित करने अमेरिकी संसद में प्रस्ताव आया है. तीन शक्तिशाली सीनेटरों ने संयुक्त राज्य अमेरिका (United States) सीनेट में गुरुवार को एक प्रस्ताव पेश किया. प्रस्ताव में पुष्टि की गई है कि अरुणाचल प्रदेश राज्य "भारत का अभिन्न अंग" है और यह भारत की "संप्रभुता और क्षेत्रीयता" का समर्थन करता है. प्रस्ताव वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) और उसके अन्य उकसावों पर यथास्थिति को बदलने के लिए "सैन्य बल के उपयोग" के लिए चीन की निंदा करता है, और इसके खिलाफ "खुद का बचाव" करने के लिए उठाए गए सैन्य कदमों के लिए भारत सरकार की सराहना करता है. चीन पर एक्शन; अमेरिका-ब्रिटेन के बाद ऑस्ट्रेलिया हटाएगा चाइनीज कैमरे.
प्रस्ताव - जेफ मार्कले और बिल हैगर्टी द्वारा पेश किया गया और जॉन कॉर्निन द्वारा सह-प्रायोजित. यह प्रस्ताव भारत के रक्षा आधुनिकीकरण और विविधीकरण का भी समर्थन करता है और अरुणाचल प्रदेश में भारत के विकास प्रयासों की सराहना करता है, जिसमें सीमा के बुनियादी ढांचे में सुधार शामिल है.
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश को लेकर भारत और चीन के बीच लंबे समय से विवाद रहा है. भारत की चीन के साथ लगभग 3500 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है. इसे वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी कहा जाता है.
अरुणाचल प्रदेश को चीन दक्षिणी तिब्बत बताते हुए इसे अपनी जमीन होने का दावा करता है. तिब्बत को भी चीन ने 1950 में हमला कर अपने में मिला लिया था. भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, चीन अरुणाचल प्रदेश की करीब 90 हजार वर्ग किलोमीटर पर अपना दावा करता है. अंतरराष्ट्रीय मानचित्र में भी अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा माना गया है. लेकिन चीन दावा करता है कि तिब्बत (जो वर्तमान में चीन का हिस्सा है) के दक्षिणी हिस्से अरुणाचल प्रदेश पर भारत का कब्जा है.