कोलकाता, 11 नवंबर : कोलकाता में एक नागरिक वालंटियर द्वारा सड़क पर एक युवक की लात-घूंसों से पिटाई का वीडियो वायरल होने के कुछ दिनों बाद, पुलिस की बदतमीजी की एक और घटना सामने आई, जब एक व्यक्ति की अधिकारी के साथ झगड़े के बाद एक सहायक उप-निरीक्षक ने पुलिस लॉक-अप के अंदर बेरहमी से पिटाई की. दक्षिण 24 परगना जिले के महेस्तला थाने में हुई यह घटना बुधवार को तब सामने आई जब पीड़िता के परिजनों ने अलीपुर कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई कि पीड़िता सुमंत बेरा को इस तरह पीटा गया है. पुलिस लॉकअप में पिटाई से उसे चार जगह फ्रैक्चर हुआ.
बेरा की बुधवार को एक निजी अस्पताल में सर्जरी हुई. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने जिला पुलिस से मामले की जांच करने को कहा है. घटना शुक्रवार की है, जब एएसआई का बेरा से उसकी मोटरसाइकिल को सड़क पर रखने को लेकर विवाद हो गया था. ड्यूटी पर नहीं आए एएसआई ने अपनी मोटरसाइकिल को सड़क पर इस तरह रखा था कि इससे लोगों की आवाजाही और ट्रैफिक में दिक्कत हो रही थी. बेरा ने इसका विरोध किया था, जिससे झगड़ा हुआ और अंतत: सड़क पर लड़ाई हो गई. एएसआई ने तुरंत थाने को सूचना दी और लॉकअप के अंदर पूरी रात बेरा को प्रताड़ित किया. अगली सुबह, बेरा को अदालत में पेश किया गया जहां उसे जमानत दे दी गई. यह भी पढ़ें : Karnataka: छोटे पर्दे की अभिनेत्री ने पति के खिलाफ दर्ज कराई रेप की शिकायत
स्थानीय तृणमूल विधायक दुलाल दास ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है. पुलिस कानून अपने हाथ में नहीं ले सकती. अगर उसने कोई गलती की होती, तो पुलिस कानूनी रास्ता अपना सकती थी, लेकिन इसके बजाय उन्होंने गुंडों की तरह व्यवहार किया. यह मनमानी कतई स्वीकार्य नहीं है. हम अधिकारी का तत्काल निलंबन चाहते हैं." अधिकारी को हटाने की मांग को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने थाने के सामने प्रदर्शन किया. हालांकि, जिला पुलिस टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हुई.
स्थानीय तृणमूल विधायक दुलाल दास ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है. पुलिस कानून अपने हाथ में नहीं ले सकती. अगर उसने कोई गलती की होती, तो पुलिस कानूनी रास्ता अपना सकती थी, लेकिन इसके बजाय उन्होंने गुंडों की तरह व्यवहार किया. यह मनमानी कतई स्वीकार्य नहीं है. हम अधिकारी का तत्काल निलंबन चाहते हैं." अधिकारी को हटाने की मांग को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने थाने के सामने प्रदर्शन किया. हालांकि, जिला पुलिस टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हुई.