Uttar Pradesh: जेल में बंद रिटायर आईपीएस अधिकारी के खिलाफ एक और मामला दर्ज
अमिताभ ठाकुर (Photo Credits: Twitter)

लखनऊ, 29 अगस्त: दुष्कर्म पीड़िता को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में शुक्रवार को सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) पर अब एक अन्य मामले में लोक सेवक पर हमला करने और ड्यूटी में बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया है. उनकी पत्नी नूतन ठाकुर (Nutan Thakur) वकील और कार्यकर्ता हैं. उनके खिलाफ भी पुलिस ने मामला दर्ज किया है. सब इंस्पेक्टर धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) ने शनिवार रात गोमती नगर (gomti nagar) थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. यह भी पढे: सामाजिक कार्यकर्ता ने नाबालिग को पीटने से संबंधित वीडियो को लेकर शिकायत दर्ज करायी

सब-इंस्पेक्टर ने अपनी प्राथमिकी में कहा है कि 27 अगस्त को जब वह सब-इंस्पेकटर अतुल श्रीवास्तव (Atul Srivastava), हुसैन अब्बास (Husain Abbas), विवेक चौधरी (Vivek Choudhary), वंदना पांडे (Vandana Pandey), कीर्ति यादव (Kirti Yadav) और आरक्षक अनिल यादव (Anil Yadav) और पदम यादव (Padam Yadav) के साथ ठाकुर के घर उसे गिरफ्तार करने पहुंचे तो उन्होंने उनके साथ दुर्व्यवहार किया. प्राथमिकी में कहा गया है, "अमिताभ ठाकुर ने खुद को एक पूर्व वरिष्ठ अधिकारी होने का दावा किया और हमारे करियर को बर्बाद करने की धमकी दी और गिरफ्तार होने से इनकार कर दिया. "सब-इंस्पेक्टर ने आगे कहा कि "बाद में, मैंने एसएचओ गोमती नगर को सूचित किया, जो दो कांस्टेबल के साथ आए और फिर से सेवानिवृत्त अधिकारी को गिरफ्तार करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फिर से हमें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी. दोनों, सेवानिवृत्त अधिकारी और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर ने हम पर हमला किया."

शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि ठाकुर और उनकी पत्नी दोनों ने पुलिस टीम के कर्तव्य के निर्वहन के दौरान बाधा डाली, जिसके दौरान उन्हें अन्य पुलिसकर्मियों के साथ-साथ चोट भी लगी. प्राथमिकी में यह भी उल्लेख है कि एसएचओ गोमती नगर केके तिवारी, आरक्षक धनंजय सिंह की सीटी और नेम प्लेट टूट गई और घटना के दौरान वर्दी पर लगी पट्टी भी फट गई. ठाकुर और उनकी पत्नी पर अब लोक सेवक को सार्वजनिक कार्यों के निर्वहन में बाधा डालने, लोक सेवक को उसके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल इत्यादि मामलों के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. अमिताभ ठाकुर को शुक्रवार को गिरफ्तारी के बाद 9 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.